Published On : Thu, Sep 18th, 2014

अमरावती : देश भर से 400 मेसंस शामिल हुए विशेष बैठक में

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फ्रीमेसनरी के रीजनल ग्रैंड लॉज आॅफ वेस्टर्न इंडिया का था आयोजन


Freemasonary
अमरावती।
 
फ्रीमेसनरी विश्वव्यापी, धर्मनिरपेक्ष और धर्मदाय संस्था है तथा भारत में यह ग्रैंड लॉज आॅफ इंडिया के नाम से कार्यरत है. इसी ग्रैंड लॉज आॅफ इंडिया के तहत आनेवाली रीजनल ग्रैंड लॉज आॅफ वेस्टर्न इंडिया की विशेष बैठक पहली बार 13 और 14 सितंबर को अमरावती में आयोजित की गई. इसी मौके पर होली रॉयल आर्च चैप्टर का स्वर्ण महोत्सव भी मनाया गया. इस बैठक में देश भर से करीब 400 मेसंस ने हिस्सा लिया. अमरावती में आयोजित इस बैठक की मेजबानी 138 वर्ष पुराने लॉज बेरार नं. 28, बेरार लॉज आॅफ मार्क मास्टर मेसंस नं. 133 व एच. आर. ए. चैप्टर बेरार नं. 133 ने स्वीकार की थी.

अमरावती में 8 अगस्त 1876 को हुई थी शुरुआत
अमरावती में फ्रीमेसनरी की शुरुआत 8 अगस्त 1876 को वर्षिपफुल ब्रदर एफ. एस. लेवलीन के नेतृत्व में हुई थी. विशेष बैठक के लिए आए सभी मेसंस और उनकी पत्नियों की व्यवस्था ग्रैंड महफिल में की गई थी. सभी ब्रदर काले सूट में उपस्थित थे. यही उनका ड्रेस कोड था. इसके चलते दो दिन तक शहर में काला सूट ही चर्चा का विषय बना रहा. इस अवसर पर संस्था की स्मारिका का विमोचन ग्रैंड लॉज आॅफ इंडिया के ग्रैंड मास्टर मोस्ट वर्षिपफुल ब्रदर वासुदेव जे. मसुरेकर के हाथों किया गया. इस विशेष बैठक की सफलता के लिए रीजनल ग्रैंड लॉज आॅफ वेस्टर्न इंडिया के रीजनल ग्रैंड मास्टर राइट वर्षिपफुल ब्रदर जव्हारे एस. वाडिया, नागपुर के असिस्टेंट रीजनल ग्रैंड मास्टर व विशेष बैठक के चेयरमैन वर्षिपफुल ब्रदर तरुण श्रीवास्तव, राइट वर्षिपफुल ब्रदर सरोश दोरडी ने मार्गदर्शन किया.

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विशेष बैठक की सफलता के लिए वाइस चेयरमैन वर्षिपफुल ब्रदर अरुण वरणगांवकर, आॅर्गनाइजिंग सेक्रेटरी ब्रदर शेखर कावले, ट्रेजरर वर्षिपफुल ब्रदर प्रमोद गट्टानी, लॉज बेरार नं. 28 के वर्षिपफुल मास्टर – वर्षिपफुल ब्रदर विजय संगेकर, वर्षिपफुल ब्रदर विजय राठी के साथ ही ब्रदर नितिन चेंडुलकर, ब्रदर अंबादास मोहिते, ब्रदर अरुण देशमुख, ब्रदर सतवंतसिंह बग्गा, ब्रदर आनंद पुरवार, ब्रदर डॉ. विजय कुथे, ब्रदर सुरेंद्र सिंघई, ब्रदर डॉ. बबन बेलसरे, ब्रदर डॉ. शशि चौधरी, ब्रदर डॉ. उल्हास संगई. ब्रदर प्रवीण मालपानी, ब्रदर प्रदीप महल्ले, ब्रदर डॉ. अनिल धामोरीकर, ब्रदर प्रदीप वैद्य, ब्रदर दिनेश शाह, ब्रदर सुभाष भारसाकले, ब्रदर डॉ. अनिल जावरकर, ब्रदर डॉ. अनिल रोहणकर, ब्रदर रविंद्र इंगले, ब्रदर कैलाश भडागे, ब्रदर अश्विन गुजर, ब्रदर सुहास बागड़े, ब्रदर पंकज तंवर, ब्रदर सुभाष यादव, ब्रदर तुषार वरणगांवकर, ब्रदर डॉ. अशोक लांडे, ब्रदर नारायण उपरकर, ब्रदर दिलीप इंगोले, ब्रदर राहुल शर्मा, ब्रदर मंगेश गुल्हाने, ब्रदर भारत मेंडसे, ब्रदर कुशान मालपानी, ब्रदर चेतन चौधरी, ब्रदर रवि तिवारी आदि ने प्रयास किया .
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