नागपुर: सामाजिक कार्यकर्ता मोहनीश जबलपुरे ने धर्मदाय आयुक्त कार्यालय नागपुर तथा मुख्यमंत्री महाराष्ट्र राज्य , गृह मंत्री महाराष्ट्र राज्य को निवेदन देते हुए कोविद महामारी मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा खर्च की गई रकम, जब उनका बैंक अकाउंट भी नहीं है तो इस के लिए उस संस्था ने वो पैसे किसके माध्यम से और किस से लिया है इस के लिए जांच की मांग की है
मोहनीश जबलपुरे ने अपने आवेदन मे कहा है की “कोरोना महामारी के चलते देश में लोगो को आर्थिक हानि हुई है जिसके चलते लोगो में भुकमरी की नौबत भी आई है ऐसे में देश में बहोत सी सामाजिक संस्था ये लोगो को खाना एवं सुविधाएं देने में लगी है जो बहोत ही सरहानीय काम है और तो और ये सामाजिक संस्थाए इन किये हुए खर्चो का ऑडिट भी कराती हुए आई है और आगे भी नियम नुसार कराएँगे सामाजिक नोंदणीकृत संस्थाओ को ऑडिट नियमा नुसार करना होता है
इसी कोरोना महामारी के चलते असवैधानिक आरएसएस ने ट्विटर के माध्यम से लोगो को की हुए मदत की सपूर्ण आकडेवारी दिखाई है उस ट्विट के नुसार उन्होंने करोडो लोगो को राशन किट तथा करोडो लोगो को खाने के पैकेट दिए है समाज कार्य करना हर व्यक्ति का का और सामाजिक संस्था का अधिकार होता है परन्तु ऐसे अधिकारों में और कोवीड महामारी के दौरान कोई अनरजिष्टर संस्था करोडो लोगो को मदत दिखा कर अरबो रुपये खर्च कर रही है इसी लिए मेरी मांग यही है की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नोंदणीकृत नहीं है इस लिए उनका बैंक अकाउंट भी नहीं है तो इस के लिए उस संस्था ने वो पैसे किसके माध्यम से और किस से लिया है इस के लिए जांच की मांग की है ”