- पणन महासंघ की 4 हजार 50 रुपये के भाव की घोषणा से किसानों में हर्ष
- सभापति की पहल सार्थक
उमरखेड़ (यवतमाल)। पिछले कई दिनों से तालुका में कपास उत्पादक किसानों की ओर से केन्द्र व राज्य सरकार के उपक्रम पणन महासंघ व सीसीआई से उमरखेड़ में कपास खरीदी प्रारंभ करने की माँग की जाती रही. बीते 24 नवम्बर को कपास खरीदी की शुरूआत की गई थी परंतु किसान उससे संतुष्ट नहीं थे. इसके बाद बाजार समिति के सभापति कृष्णा पाटिल देवसरकर ने सभी किसानों की ओर से केन्द्र व राज्य सरकार के संस्थानों को कपास खरीदी करने की पहल की. आखिरकार सरकार ने उनकी पहल पर किसानों की माँगों पर हामी भर पणन महासंघ से 4 दिसम्बर से कपास की खरीदी प्रारंभ की. आज पहले दिन किसानों ने पहल कर 100 क्विंटल से ज्यादा कपास बिक्री के लिए बाजार समिति में लाये.
कपास से भरे बैलगाडिय़ों का पूजन वसंत कारखाने के संचालक बलवंत नाईक के शुभ हस्ते किया गया. शुभारंभ अवसर पर बाजार समिति सभापति कृष्णा पाटिल देवसरकर, आपला जीनिंग प्रेसिंग संस्था अध्यक्ष बालाजी उदावंत, उपाध्यक्ष विट्ठलराव राणे, पणन महासंघ के जोनल मैनेजर ए.एस. लगंडे, सहायक निबंधक कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भागानागरे, जिनिंग संस्था संचालक मधुकर गंगात्रे, सचिव दीपक जोशी, बाजार समिति संचालक रामराव पाटिल नरवाडे, बबन कदम, विनायक कदम, उदय मामीडवार, संचालक नानाराव चव्हाण, वसंत चव्हाण, नामदेव चव्हाण, ए.डि. जगताप, विकास गाडेकर, ग्रेडर पुरणकर, प्रकाश बारसे, आनन्द कानकाटे, सुनील टिलेवाड, गजानन सुरोशे, महावीर वानरे, गजानन कदम, निजी कपास व्यापारी श्रीधर माने, ज्ञानेश्वर मामीडवार के साथ विभिन्न संस्थाओं के संचालक उपस्थित थे. यह खरीदी 3 महीनों तक की जाएगी. एक दिन में 25 क्विंटल कपास लाना होगा. वहीं बिक्री के वक्त 7/12 दिखाना होगा. पणन संघ ने यह जानकारी दी. अवसर पर विजय बाभले, कृष्णापुर, दिलीप दुधेवार उमरखेड़, श्रीराम भुटकले, वरुड़ बीबी, गजानन वानखेड़े, सुकली (ज), दीपक दुधे विडुल का टोवेल-टोपी देकर सम्मानित किया गया. इससे किसानों को पणन ने 4 हजार 50 रुपए का भाव देने की बात कही है.