Published On : Wed, Aug 19th, 2020

गणेशोत्सव, कोरोना उपाययोजनाओं का मुख्यमंत्री ने लिया जायज़ा

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– कोरोना का प्रकोप न बढ़े, इसका ध्यान रखते हुए,सीधे-साधे पद्धति से गणेशोत्सव मनाएं,मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गणेश मंडलों से समाजप्रबोधन करने का आवाहन किया

मुंबई: कोरोना के मद्देनज़र आगामी गणेशोत्सव सामाजिक भान रखते हुए शांति से मनाया जाए। इन दिनों में भीड़ न हो सके, कोरोना का प्रकोप न बढ़ सके, इस बात की ओर ध्यान देने तथा इसकी दक्षता लेने का आवाहन करते हुए कोरोना युद्ध की मध्य में कुछ जगहों पर हम जीत की ओर बढ़े है, तो कहीं जगहों पर जीत हासिल करने की लड़ाई जारी है। इसलिए किसी भी स्थिति में इन हालातों से गाफ़िल न रहते हुए अब तक हमने जो उपाययोजनाएं शुरू की है, वहीं आगे भी चलाई जाने के निर्देश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज यहाँ पर दिए।

गणेशोत्सव, राज्य की कोरोना उपाययोजना का जायज़ा मुख्यमंत्री ने लिया, इस दौरान वे बोल रहे थे। इस दौरान सभी विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, महानगर पालिका आयुक्त, जिला पुलिस अधीक्षक, जिला शल्य चिकित्सक से वीडियो कॉन्फरन्स के द्वारा चर्चा की। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार, गृह मंत्री अनिल देशमुख, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, मुख्य सचिव संजय कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रधान सलाहकार अजोय मेहता, मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव आशिष कुमार सिंह, प्रधान सचिव विकास खारगे, राज्य टास्क फोर्स के सदस्य शामिल हुये थे। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने जिलानिहाय कोरोना उपाययोजना और मृत्युदर के संदर्भ में जायज़ा लिया।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि कोरोना के चलते सभीधर्मिय लोगों ने अब तक सभी पर्व-त्योहार सीधे-साधे पद्धति से घर में ही मनाते हुये सरकार को सहयोग किया है। उसी तरह अब आ रहे गणेशोत्सव और मोहरम भी भीड़ न करते हुये मनाएँ। गणेशोत्सव के संदर्भ में गृह विभाग ने मार्गदर्शक सुचनाओं का परिपत्रक निर्गमित किया है, जिसका बहुत ही सूक्ष्मता से पालन करने का आवाहन मुख्यमंत्री ने इस दौरान किया है।

इस मार्गदर्शक सुचना में सार्वजनिक गणेश मंडल के लिए गणेश की प्रतिमा ४ फीट की और घर के गणेश की प्रतिमा २ फीट की हो, नमूद किया है, उसका पालन करते हुए आगमन और विसर्जन यात्रा (मिरवणूक) नहीं निकलेगी, गणेशोत्सव में भीड़ न हो, इसका ध्यान रखा जाए। साथ ही कोरोना प्रकोप न बढ़े, इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है और गृह विभाग के परिपत्रक सभी संबंधितों तक पहुंचाने की सूचना भी मुख्यमंत्री ने इस दौरान संबंधितों को दी।

विसर्जन के समय भीड़ से बचे
इन मार्गदर्शक सुचनाओं की तरह ही घर की गणेश प्रतिमा का विसर्जन भी संभवत: घर में ही किया जाए, जहां पर संभव नहीं है, वहाँ बड़े पैमाने पर कृत्रिम तालाबों का निर्माण किया जाए और वहाँ पर भी भीड़ न हो, इस बात का ध्यान रखते हुए विसर्जन के लिए व्यवस्था की जाए। महापालिका यंत्रना की ओर गणेश प्रतिमा दान करने का आवाहन भी मुख्यमंत्री ने इस दौरान किया।

गणेशोत्सव से सार्वजनिक गणेश मंडलों ने सामाजिक, प्रबोधनात्मक संदेश देना चाहिए। कोरोना और स्वास्थ्य विषयक जनजागरण अभियान चलाने का आवाहन करते हुए दर्शन के लिए भाविकों को होनेवाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंडलों ने ऑनलाईन दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराने पर अधिक सुविधायुक्त होगा। उत्सव के दिनों में कानून एवं सुव्यवस्था बनी रहेगी, इस बात का ध्यान रखने की सूचना भी मुख्यमंत्री ने दी। गणेशोत्सव के लिए कोकण में बड़े पैमाने पर लोग गए है और वहाँ पर अधिक खबरदारी बरतने की आवश्यकता होने की बात भी उन्होंने कहीं।

मृत्युदर रोकने के लिए टास्क फोर्स के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन लिया जाए
कोरोना को लेकर जायज़ा लेने के बाद सूचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ जगहों पर हालात नियंत्रण में है, तो कुछ जिलों में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ते हुए दिखाई दे रही है। यह स्थिति नियंत्रण में रहेगी, इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। मृत्युदर रोकने के लिए राज्यस्तरीय टास्क फोर्स के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन लेने का आवाहन उन्होंने इस दौरान किया। राज्य में जहां पर कोरोना मरीज़ अधिक संख्या में मिल रहे है, वहाँ पर अतिदक्षता विभाग के (आयसीयू) बेड्स और ऑक्सीज़न की सुविधायुक्त बेड बढ़ाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने इस दौरान दिए।

परीक्षण की संख्या बढ़ाई जाए
कोरोना उपचार के लिए जम्बो सुविधाओं का निर्माण राज्यभर शुरू है और बारिश, कोरोना का प्रकोप और पर्व-त्योहार एक-साथ आने से अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता होने की बात कहते हुए कहा कि बारिश में बीमारियों का प्रकोप भी बढ़ सकता है, इसलिए इस ओर ध्यान देने की सूचना मुख्यमंत्री ने इस दौरान संबंधितों को दी। इसके अलावा परीक्षण की संख्या बढ़ाई जाए, परीक्षण का दर नियंत्रित रह सके, इस ओर भी ध्यान दिया जाए। साथ ही परीक्षण रिपोर्ट भी जल्द आ सके, इसके लिए भी प्रयास किए जाए। कोरोना से ठीक होने के बाद घर जाने पर मरीजों को फिर से परेशानी होने की बात भी निदर्शन में आयी है। इसलिए पोस्ट कोविड की स्थिति, मरीज़ों की ओर ध्यान देने कि अधिक आवश्यकता होने की बात मुख्यमंत्री ने कहीं।

कोरोना दक्षता समितियों के माध्यम से गाँव-गाँव में जनजागरण अभियान
स्वयं अनुशासन, मास्क का उपयोग, हाथ धोना, स्वच्छता रखना जैसे उपाय ही कोरोना पर दवाई के रूप काम कर रहे है, यह कहते हुए कहा कि आज ८० फीसदी मरीज़ों में कोरोना के लक्षण नहीं है, लेकिन वे संक्रमण कर सकते है। उनके माध्यम से होनेवाले प्रसार की बात बहुत गंभीर है, ऐसे मरीज़ों का विलगीकरण करना, उन्हें क्वारंटाईन करना जरूरी है। ऐसे मरीज़ों की ओर अनदेखी तथा नजरंदाज न करने का आवाहन भी मुख्यमंत्री ने इस दौरान किया। कोरोना दक्षता समितियों के माध्यम से गांवों-गांवों में जनजागरण अभियान लेने का आवाहन भी उन्होंने किया। इस दौरान उन्होंने जब तक कोरोना विषाणु को नहीं हराएंगे, तब तक दिन-रात अविरत मेहनत शुरू रखने का आवाहन यंत्रना को किया।

स्थायी सुविधाओं के लिए अस्पताल का श्रेणीवर्धन किया जाए – उप मुख्यमंत्री
गणेशोत्सव के लिए मार्गदर्शक सुचनाओं का परिपत्रक राज्य में सभी के लिए एक जैसा ही होने की सूचना उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने गृह विभाग को दी। लिक्वीड ऑक्सीजन की आपूर्ति की ओर मुख्य सचिव ध्यान दें, उसका दर न बढ़े, इस बात का ध्यान रखने की सूचना भी उन्होंने की।

जिले से आयी हुई निधि कि मांग की बात कहते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एसडीआरएफ, जिला विकास निधि (डीपीसी) का उपयोग किया जाए। सीएसआर का निधि अधिकाधिक मिलने के लिए विभागीय आयुक्त और जिलाधिकारियों ने इस ओर ध्यान देना चाहिए। राज्य में जम्बो सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन इसके साथ-साथ विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारियों ने उन अस्पतालों में यह निधि खर्च कर वहाँ पर आयसीयु बेड, ऑक्सीजन की सुविधा का निर्माण करके उस अस्पताल का श्रेणीवर्धन करने पर स्थायी सुविधा के रूप में वह उपयोग में आ सकती है।

पुलिस समाज माध्यमों के गलत वीडियो पर नज़र रखे – गृहमंत्री
समाज माध्यमों पर प्रसारित हो रहे गलत वीडियो पर पुलिसों ने नज़र रखने की सुचना गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इस दौरान दी। गणेश विसर्जन के लिए कृत्रिम तालाबों का स्थानीय यंत्रना अधिकाधिक निर्माण करें, ताकि विसर्जन के लिए भीड़ न हो।

टेलीआयसीयु का विस्तार करने की आवश्यकता- स्वास्थ्यमंत्री
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में महात्मा फुले जनस्वास्थ्य योजना के माध्यम से कोरोना मरीज़ों पर मुफ्त में उपचार मिल सके, इसके लिए जिलाधिकारी और महापालिका आयुक्त ने विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। तहसीलस्तर पर एंबुलेंस उपलब्ध रहेगी, इस ओर जिलाधिकारियों ने ध्यान देना चाहिए। जल्द निदान के लिए कुछ जिलों में संपर्क ट्रेसिंग को बढ़ाने की जरूरत होने की बात भी उन्होंने कहीं। परीक्षण की सुविधा पर्याप्त है और इसका पूरी तरह से उपयोग करने का आवाहन स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान किया।

स्वास्थ्यमंत्री ने बताया कि टेलीआयसीयु सुविधा राज्य में शुरू हुई है और भिवंडी में इसके उपयोग से लाभ हो रहा है। जहां पर विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं है, वहाँ पर यह सुविधा फायदेमंद साबित हो रही है। इसके अलावा सीएसआर के माध्यम से यह योजना शुरू है और राज्य में इसका विस्तार करने की आवश्यकता होने की बात स्वास्थ्यमंत्री ने इस दौरान कहीं।