Published On : Mon, May 6th, 2019

सीबीएसई 10वी रिजल्ट : नागपुर शहर से लड़कियां ही रही टॉपर

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नागपुर: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने 10वीं बोर्ड के रिजल्ट घोषित कर दिए हैं. 12 वीं के रिजल्ट की तरह सीबीएसई ने 10वीं के रिजल्ट में भी सबको सरप्राइज दे दिया. आज पहले रिजल्ट घोषित किए जाने की कोई सूचना नहीं थी, लेकिन फिर अचानक रिजल्ट 3 बजे आने की खबर आयी. हालांकि बोर्ड ने इससे पहले ही करीब 2 बजे रिजल्ट जारी कर दिया था. कुल 91.1% छात्र 10वीं में पास हुए हैं. रिजल्ट में लड़कियों ने लड़कों को पछाड़ दिया है. कुल 92.45% लड़कियां इसबार पास हुई हैं .

इस बार नागपुर शहर से तीनों टॉपर लड़कियां ही रही. शहर में पहली टॉपर तेलंगखेड़ी स्थित स्कुल भारतीय कृष्ण विद्या विहार की आर्या डाऊ ने 99.4 % प्राप्त किए है. दूसरे नंबर पर दाभा स्थित सेंटर पॉइंट स्कुल की राघवी शुक्ला है जिसे 99 % मिले और तीसरे नंबर पर नारायणा विद्यालयम की आइशनी प्रभु है, जिसने 98.8 % हासिल किए है. बेसा स्थित पोद्दार इंटरनेशनल स्कूल की गरीमा साने को भी 98.8 % मिले है.

इस दौरान आर्या डाऊ स्कुल में अपनी माँ के साथ पहुंची थी. आर्या ने बताया कि समय को गिनकर वो पढ़ाई नहीं करती थी बल्कि एकाग्रता के साथ पढ़ती थी. उसके पिता जयंत पोस्ट एन्ड टेलिग्राफ डिपार्टमेंट में कार्यरत है और माँ गौरी डाऊ शिक्षिका है. आर्या का कहना है कि जैसी पढ़ाई उसने छटवीं और सातवीं में की थी वैसी ही पढ़ाई उसने 10वी में भी की है. एनसीईआरटी की बुक्स पढ़ी. उसकी पसंद डिबेट में हिस्सा लेना और सिंगिंग है. उसे आगे चलकर देश की सेवा करने के लिए आईएएस बनने की इच्छा है.

सेंटर पॉइंट स्कुल की दूसरे नंबर की टॉपर राघवी शुक्ला के पिता प्रवीण शुक्ला बिजनेसमैन है. माँ हर्षदा शुक्ला आर्किटेक्ट है. राघवी ने जानकारी देते हुए बताया कि नोर्मली 3 घंटे पढ़ती थी. लेकिन जब परीक्षा थी तब 6 से 7 घंटो तक पढ़ती थी. राघवी ने कहा की उसकी इस सफलता में स्कुल टीचर, ट्यूशन टीचर और उसके परिवार का बहोत बड़ा योगदान रहा है. उसे भविष्य में कार्डियोलॉजिस्ट बनने की इच्छा है. उसने बताया की 95 % उसे मिलने की उम्मीद की थी. लेकिन इतने परसेंट मिलने से वो काफी खुश है.

गरिमा साने ने बताया कि रिजल्ट से संतुष्ट हूं. मैंने शुरुआत से ही थोड़ी-थाेड़ी पढ़ाई शुरु की थी. पेपर नजदीक आए तो 3 से 4 घंटे पढ़ाई की. पेपर में सफलता का एक ही मंत्रा है कि आपको नियमित पढ़ाई करनी होगी. मेरे लिए सबसे सरल पेपर मैथ्स का था, इसमें 98 अंक मिले है. साइंस का पेपर सबसे कठिन लगा, लेकिन इसी में मुझे 100 अंक मिले है. मेरे पिता डॉ.दीपक साने कार्डियोलॉजिस्ट है और मम्मी डॉ.शीतल साने फिजिशियन है. उन्होंने मुझे पढ़ाई में बहुत मदद की, सारे डाउट्स क्लीअर किए. स्ट्रेस ना लेकर पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया. पढ़ाई के अलावा मुझे रीडिंग, रायटिंग और डांसिंग में रुचि है. मैं कथक डांसर हूं. मैं 12वीं में साइंस लूंगी. इसके बाद मुझे सायकोलॉजिस्ट और लेखिका बनना है. विद्यार्थियों के लिए यही टिप्स है कि नियित पढ़ाई करें. स्कूल में जो पढ़ाया जाता है उस पर फोकस करें.