Published On : Fri, Oct 29th, 2021

वेकोलि के वाहन सरगना गुप्ता के खिलाफ गिर सकती है CBI की गाज

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– आल इंडिया सोसल आर्गनाइजेशन की तरफ से भारत सरकार की केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की शिफारिश के लिए केन्द्रीय ग्रह मंत्रालय को सविस्तर ज्ञापन सौंपा जाएगा

नागपुर: वेकोलि मे वाहन आपूर्ति ठेका फर्मों के खिलाफ जल्द ही सीबीआई की अदालत में मामला दायर करने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। आल इंडिया सोसल आर्गनाइजेशन की तरफ से भारत सरकार की केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की शिफारिश के लिए केन्द्रीय ग्रह मंत्रालय को सविस्तर ज्ञापन सौंपा जाएगा। जिसमें पिछले १५-२०सालों से वाहन ठेका श्रमिकों को मिलने वाली E.S.I.C. भविष्य निधि,न्यूनतम वेतन चोरी,सामुहिक जीवन बीमा,अन्य भत्ते सहित जी एस टी चोरी,और अनेकों अनेक संदेहास्पद संगीन प्रकरण की जांच शामिल है।

बताते हैं कि गोंदिया शहर के तत्कालीन वाहन ठेकेदार राहुल की सुनियोजित तरीके से हत्या का प्रकरण की जांच पड़ताल का मामला काफी महत्व रखता है। इस पूरी प्रक्रिया की सविस्तर जांच-पड़ताल के लिए आर्गेनाइजेशन की तरफ से स्थाई सभा मे सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किया जा चुका है। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो की अदालत मे मामले का अध्ययन के पश्चात सभी संबंधित सभी विभागों की जांच-पड़ताल तथा पूछताछ शुरु की जाएगी।
जांच प्रक्रिया में केन्द्रीय श्रम मंत्रालय और कोयला मंत्रालय तथा केन्द्रीय सतर्कता आयोग के सडक परिवहन निगम ESIC मुख्यालय,भविष्य निधि मुख्यालय साथ तालमेल बनाए हुए हैं। सर्व प्रथम अधिकारियों की संयुक्त बैठक अनिवार्य समझा जा रहा है।

गोपनीय सूत्रों की माने तो सीबीआई इस प्रकरण में लिप्त वेकोलि के संबंधित सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधक,क्षेत्रीय प्रबंधक,श्रम कल्याण अधिकारी,केन्द्रीय श्रम अधिकारी,E.S.I.C. इंस्पेक्टर, E.P.F. इंस्पेक्टर व जीवन बीमा निगम,आयकर विभाग,जी एस टी विभाग, सडक परिवहन विभाग और पुलिस विभाग के पास उपलब्ध दस्तावेजों की जांच पड़ताल तथा संबंधित अधिकारियों से पूछताछ हो सकती है।पता चला है कि वाहन सरगना ठेकेदार गुप्ता के इशारों पर E.S.I.C. के इंस्पेक्टर श्रम न्यायालय को असलियत से गुमराह करके मामला को दफनाने का प्रयास करवाने की कबायत जोरों पर शुरु है।इस संबंध मे विधि न्याय विशेषज्ञों की माने तो सरगना गुप्ता अपनी साख बचाने के लिए 1-1गल्तियां छिपाने की कोशिशों मे 10-10 गल्तियां करते जाएगा।

नतीजतन सैकडों गल्तियां के जुर्म में वह यूं ही अपने ही बुने हुए जाल मे फंस कर उलझ जाएगा। परिणामस्वरूप सीबीआई की गिरफ्त में आने से उसे कोई नही बचा सकता है। हालांकि गुप्तचर विभाग एवं केन्द्रीय सतर्कता आयोग गुप्ता की कार्यप्रणालियों पर पैनी नजर रखे हुए हैं।यह सत्य है कि गोंदिया शहर में कुछेक तमासबीन और मतलबपरस्ती लोग सरगना गुप्ता को असलियत से गुमराह करके अपना उल्लू सीधा करने मे लगे हुए हैं। इतना ही नहीं कुछ वेकोलि के मौकापरस्त ठेकेदार मामला निपटाने या केश वापस करवाने के लिए सौदेबाजी भी शुरु है।

सरगना गुप्ता के नजदीकी सूत्रों की माने तो एक ईमानदार वाहन ठेकेदार राहुल शर्मा की मृत आत्मा गुप्ता का पीछा नही छोड रही है। गोंदिया मार्केट में व्याप्त चर्चाओं के मुताबिक स्वर्गवासी राहुल के हत्यारे को मौत की सज़ाएं अवश्य मिलेगी ताकि स्वर्गीय शर्मा के उत्तराधिकारी परिजनों को नैसर्गिक न्याय मिलना संभव है।

सूत्र बताते हैं कि अपने वाहन आपूर्ति ठेका व्यवसाय में सर्वेसर्वा अधिकार जमाने के लिए हत्यारा गुप्ता ने एक सुनियोजित साजिश के तहत राहुल शर्मा को ठिकाने तो लगा दिया परंतु वह इस प्रकरण ने निसर्ग की छांव में बहुत सारे सबूतों को छोड गया है।जो समय आने पर सीबीआई की अदालत में पेश किया जाएगा।इसके अलावा ढेरों संगीन खामियां और संगीन जुर्म और अपराधिक मामलों में गुप्ता बुरी तरह से फंसा हुआ है। बताते हैं कि वाहन सरगना ठेकेदार गुप्ता अभी जेल मे सजायें काट रहा होता।परंतु अथाह रुपये धन की बदौलत वह बचता फिर रहा है।

उसको कुछेक कानूनी सलाहकारों ने मामला उठाने वाले के खिलाफ दिवानी और फौजदारी प्रकरण दायर करवाने का भी सुझाव दिया है।