नागपूर : क्या आप जानते हैं खतरनाक डेंगू के मच्छर आपके घरों के भीतर कूलर, फ्लावर पॉट पुराने खराब पड़े टायरों में पल रहे हैं। यदि आप नहीं जानते हैं तो तत्काल सावधान होकर अपने घरों में मच्छरों की पैदावार को रोकने का प्रयास करें। कुलर, फ्लावर पॉट तथा अन्य स्थानो पर पानी को जमा नही होने दे।
मलेरिया फाइलेरिया विभाग की प्रमुख डॉ जयश्री थोटे ने बताया कि डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। इसकी पैदावार वहां तेजी से होती है इसलिए किसी भी स्थान पर साफ पानी को 1 दिन से ज्यादा जमा नहीं रहने देना चाहिए। घरों में कूलर लगाए गए हैं लेकिन कूलरों का यदि उपयोग नहीं हो रहा है तो कूलर का पानी निकाल देना चाहिए।
घरों में फ्लावर पार्ट में जमा पानी भी मच्छरों का स्थान हो सकता है उसे भी साफ करना जरूरी है। डॉ थोटे ने बताया कि टीन कंटेनर, सीमेंट के टांके, प्लास्टिक बर्तन, मिट्टी के बर्तन में भी डेंगू के मच्छर पैदा हो सकते हैं। थोटे ने बताया कि महानगर पालिका ने 1 जून 2019 से 31 जून 2019 के दरम्यान 1,08,942 घरों का सर्वेक्षण किया जिसमें से 2,572 घरों में डेंगू मच्छरों की पैदावार नजर आई।
हिवताप व मलेरिया विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग की मदद से 787 कर्मचारियों की टीम शहर में कार्यरत है। मनपा की ओर से कीटनाशकों का छिड़काव संभावित स्थानों पर किया जा रहा है। सार्वजनिक स्थानों पर भी गप्पी मछलियों को छोड़ा जा रहा है ताकि मच्छरों के रोकथाम में मदद मिल सके। डॉक्टर थोटे ने आम जनता से मच्छरों की पैदावार को रोकने में सहायता करने की अपील करते हुए नागरिकों से अपने घरों में छिपे मच्छरों पर रोकथाम करने का आग्रह किया।