Published On : Tue, Apr 10th, 2018

खास को संरक्षण और आम लोगों पर चलाई जा रही बुलडोजर

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नागपुर: शहर अंतर्गत झोपड़पट्टियां, छोटे-छोटे व्यवसायी आदि पर बड़ी शिद्दत से कार्रवाई की जाती है. यही तत्परता बहुमंजिला इमारतों, होटलों, निजी अस्पतालों पर महानगरपालिका प्रशासन नहीं दिखा पाने के कारण शहर में एक और अवैध निर्माणकार्य तो वहीं दूसरी ओर प्रशासन पर भेदभाव के गंभीर आरोप लगाने का क्रम जारी है.

पिछले 6 माह में 500 से अधिक ऊंची इमारतों में अनाधिकृत निर्माणकार्य की शिकायतें मनपा प्रशासन को मिलीं. इसमें से मात्र डेढ़ दर्जन पर कार्रवाई की गई. शेष पर रहम बरसाने के कारण मनपा प्रशासन के खिलाफ जनता का रोष दिनों दिन बढ़ता जा रहा है.मनपा प्रशासन को भली भांति जानकारी है कि लगभग 75 प्रतिशत बहुमंजिला इमारतों में अनाधिकृत निर्माणकार्य किया गया हैं और सतत जारी है. अनेकों ने मंजूर नक़्शे को दरकिनार कर, तो कुछ ने पार्किंग की जगह दुकानों का निर्माण किरा दिया है. इस संबंध में अनाधिकृत निर्माणकार्य पर कार्रवाई करने संबंधी न्यायालय ने कड़क निर्देश दिए हैं. इस कड़क निर्देश पर सक्रीय मनपा प्रशासन ने शहर के अवैध व अनाधिकृत निर्माणकार्यों की सूची मनपा सम्पति कर विभाग से प्राप्त की.

सम्पत्ति कर विभाग से मिली जानकारी पर मनपा अतिक्रमण विभाग ने सतरंजीपुरा और मंगलवारी जोन के सैकड़ों बहुमंजिला इमारतों के अनाधिकृत निर्माणकार्यों पर कार्रवाई की गई. इसके बाद लगभग 119 अनाधिकृत निर्माणकार्य धरमपेठ में मिले, जिन पर कार्रवाई की गई. धरमपेठ ज़ोन अंतर्गत झंडा चौक स्थित धवन की नवनिर्मित बहुमंजिला इमारत, जिसमें मंजूर नक़्शे के विपरीत निर्माणकार्य किया गया, उसका ‘रिवाइस प्लान’ भी नामंजूर होने के बाद उसे राहत दी जा रही है, जिसकी शिकायत मनपायुक्त से की गई है.

उल्लेखनीय है कि शहर के सभी जोन अंतर्गत अनाधिकृत निर्माणकार्यों को ढहाने के लिए मनपा अतिरिक्त आयुक्त रवींद्र कुंभारे समय-समय पर निर्देश देते रहे. लेकिन मनपा ज़ोन के सभी वार्ड अधिकारियों ने मनपा अतिरिक्त आयुक्त के निर्देशों को सतत नज़रअंदाज करते देखे गए. इन वार्ड अधिकारियों की मिलीभगत इतनी तगड़ी है कि मनपा प्रशासन इन पर सख्त कार्रवाई करने के नाम पर सकपका जाता है. इस चक्कर में अवैध निर्माणकार्य करने वालों को सिर्फ नोटिस थमा कर खानापूर्ति कर बदले में लाभ उठा लिया जाता है. अंबाझरी मार्ग पर वोकहार्ट अस्पताल, शहर के होटलों की पार्किंग में किचन, रेस्टॉरेंट, गांधीबाग ज़ोन अंतर्गत रजवाड़ा पैलेस की छत पर अनाधिकृत निर्माणकार्य, सावरकर नगर में एक ने मंजूर नक़्शे का उल्लंघन कर होटल शुरू किया. इसका किचन ग्राउंड फ्लोर पर है. जरीपटका, खामला, बर्डी, सदर, हरदेव होटल के सामने, मेकोसाबाग आदि में विस्थापितों को जो जगह दी गई थी, उन जगहों पर आलिशान महल, बंगले, बहुमंजिला इमारतें खड़ी हो गईं हैं. मनपा प्रशासन उक्त ग़ैरकृत को छिपाने के लिए सामान्य-गोर-गरीब नागरिकों के छोटे-मोठे अनाधिकृत निर्माणकार्यों को ढहा कर न्यायालय के निर्देशों की अवमानना कर रही है.