Published On : Tue, May 26th, 2020

गोंदिया: एक-एक बूंद रक्त का है महत्व , 139 ने किया स्वेच्छा से रक्तदान

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संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन का शिविर सफल

गोंदिया । स्वैच्छिक रक्तदान करने से दूसरे लोगों की जान बचाई जा सकती है क्योंकि खून का कोई दूसरा विकल्प नहीं होता ?
गर्मी के मौसम में ब्लड बैंकों में खून की कमी हो जाती है लाकडाउन के चलते इन दिनों सरकारी अस्पतालों के ब्लड बैंक में रक्त की कमी हो गई है जिसके कारण थैलेसीमिया के मरीजों के लिए काफी दिक्कतें हो रही है ।

रक्त की इसी कमी को पूरा करने के लिए विषम परिस्थितियों के बीच संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के गोंदिया ब्रांच द्वारा लाकडाउन के सभी सोशल डिस्टेंसिग नियमों का पालन करते हुए 139 यूनिट रक्तदान से ना सिर्फ ब्लड बैंक के रक्त संकट को दूर किया बल्कि इस शिविर के माध्यम से 3 रेयर ग्रुप के दानदाताओं ने रक्तदान कर जरूरतमंदों का जीवन बचाने में अमूल्य सहयोग प्रदान किया।

रक्तदान , आपके मानवता की पहचान
सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की असीम कृपा से संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन गोंदिया शाखा द्वारा रविवार 17 मई से 24 मई तक प्रतिदिन सुबह 9:00 से दोपहर 12:00 बजे तक बाई गंगाबाई ( BGW ) शासकीय अस्पताल में रक्तदान शिविर का आयोजन ब्रांच संयोजक महात्मा किशन तोलानी की अगुवाई में किया गया।

रक्तदान के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य था।
मानव कल्याण के लिए आयोजित इस रक्तदान शिविर में स्थानीय संत निरंकारी भवन के महात्मा और बहनों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।

17 मई को 25 , 18 मई को 20 , 19 मई को 15 , 20 मई को 17 , 21 मई को 10 , 22 मई को 11 , 23 मई को 7 तथा 24 मई को 34 स्वयंस्फूर्ति से शिविर में रक्तदान करने पहुंचे। इस तरह कुल 139 यूनिट रक्त का संकलन किया गया।

इस शिविर में 19 इच्छुक रक्त दाताओं का हिमोग्लोबिन कम होने के कारण वे अस्वीकृत किए गए ।

शिविर में गोंदिया ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉ गेडाम , डॉ. शैलेश यादव , डॉ. तनवीर खान , टेक्नीशियन अनिल गोंडाने , प्रशांत बोरकर , विनोद बंसोड , श्रुति मुरकुटे , हेमंत बिसेन , राजू रहांगडाले , नंदा गौतम ने अपनी सेवाएं प्रदान की।

जिला ब्लड बैंक द्वारा ब्रांच के संयोजक- किशन तोलानी को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र डॉक्टरों के हस्ते भेंट किया गया।
इस अवसर पर संचालक- सुमित डेम्बानी , शिक्षक- सुनील दरवड़े आदि उपस्थित थै , अंत में आभार- अनिल गोंडाने ने माना।

रवि आर्य