Published On : Fri, Apr 24th, 2020

गोंदिया में शराब की कालाबाजारी

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लाकडाउन में दाम 4 से 5 गुना पर पहुंचे

गोंदिया। लॉकडाउन की वजह से देशभर में शराब दुकानें बंद है। गोंदिया कलेक्टर के निर्देश पर जिला आबकारी विभाग ने २१ मार्च देर रात सभी लाइसेंसी शराब दुकान, वाईन शॉप, परमिट रूम, बीयर बार, देशी दारू की दुकानें तथा थोक शराब दुकानें और उनके गोदाम सील कर दिए है। किन्तु इस दौरान जिन नशे के सौदागरों ने पूर्व नियोजित योजना के तहत शराब का भरपूर संग्रह कर माल इधर-उधर दबा दिया था अब वो इस शराब की बिक्री चोरी-छिपे 4 से 5 गुना अधिक दामों पर कर रहे है ।

जिस RS की बोतल पर 680 रूपये का प्रिंट है वह ढ़ाई से तीन हजार रुपए में बिक रही है तथा 960 रुपए वाली ब्लैडर की बोतल 3000 से 3500 में बिक रही है।

ओर तो ओर संत्रा फिरकी देशी शराब की 52 रुपए प्रिंट वाला पव्वा (नीप) 200 रुपए में बिक रहा है।
इन सब में मजे की बात यह है कि नशे के शौकीन बावजूद इसके अधिक दामों पर शराब खरीद कर पी रहे हैं

आबकारी विभाग ने वाइन शॉप पर कार्रवाई करते , रिकॉर्ड जब्त किया
गोंदिया कलेक्टर को किसी नेता द्वारा इस बात की शिकायत की गई कि, गोंदिया शहर के दुर्गा चौक निकट स्थित एक वाइन शॉप से माल निकल रहा है तथा यहां कई गुना अधिक दामों पर शराब की बिक्री हो रही है?

जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से जिला पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई हेतु सूचित किया गया। पुलिस विभाग ने एक्साइज विभाग को पुलिस प्रोटेक्शन में कार्रवाई किए जाने हेतु कहा जिसके बाद गोंदिया, देवरी और बार्डर के आबकारी विभाग अधिकारियों का एक दल 5 गाड़ियों के दस्ते के साथ वाईन शॉप पर दबिश देने 23 अप्रैल गुरुवार रात पहुंचा तथा वाइन शॉप में रखे शराब विक्रय के सारे रिकॉर्ड कब्जे में लेकर उसकी जांच शुरू की ।

बताया जाता है कि, दुकान में मौजुद स्टॉक चेक किया गया, जिसमें कुछ माल कम पाया गया है और 21 मार्च से पहले 3 दिन की शराब विक्रय का रजिस्टर भी संबंधित कारोबारी द्वारा नहीं भरा गया था? इसी बेस पर केस बनाकर आबकारी विभाग ने अब रिपोर्ट कलेक्टर ऑफिस को सादर की है।
कलेक्टर ऑफिस चाहे तो वे इस पर फाईन वसूल कर सकता है और वे चाहे तो लाइसेंस सस्पेंड (डिसमिस) भी हो सकता है ? आबकारी विभाग की रिपोर्ट के आधार पर अब जिलाधिकारी कार्यालय क्या कार्रवाई करता है ? इसपर निगाहें टिकी है।


रेस्टोरेंट लाइसेंस की आड़ में शराब की बिक्री
20 अप्रैल से गोंदिया जिले में लॉकडाउन में कुछ ढील और सहुुलियतें दिए जाने के ऐलान के साथ रेस्टारेंट एंड बार , होटल एंड परमिट रूम वालों ने कलेक्टर ऑफिस में अप्लिकेशन लगा दी कि, हमें रेस्टारेंट चालू करना है , भले आप परमिट रूम को सील कर दो ? अब इन्हीं रेस्टारेंटों में से कुछ की आड़ में बड़े पैमाने पर अवैध शराब की बिक्री 4 से 5 गुना अधिक दामों पर हो रही है।

रेस्टारेंट लाइसेंस की आड़ में चोरी -छिपे हो रही इस शराब बिक्री का खेल सीधे तौर पर आबकारी विभाग के नियमों की अनदेखी है ?
इस पर आबकारी विभाग सूत्रों का कहना है कि, लाइसेंस लेने वाले रेस्टारेंटों के खिलाफ शराब सप्लाई की बहुत शिकायतें आयी है। जिला मजिस्ट्रेड के यहां से अनुमति के बाद शीघ्र कार्रवाई होगी ?

गोदाम और दुकानों पर लगी सील की हो दुबारा जांच

सूत्रों से प्राप्त जानकारीनुसार देशी और विदेशी लाइसेंसी शराब दुकानें, बीयर बार , वाइन शॉप , तथा शराब गोदाम की सील खोलकर माल निकालने के बाद आबकारी विभाग की डुप्लीकेट सील लगाए जाने की जानकारी कुछ इलाकों से मिल रही है और गोदाम से निकाली गई यहीं बिना रिकार्ड की शराब अब कालाबाजारी द्वारा 4 से 5 गुना अधिक दामों पर बेची जा रही है लिहाजा आवश्यकता इस बात की है कि, इन सभी शराब दुकानों और गोदामों पर 21 मार्च को लगी आबकारी विभाग की सील बरोबर है या नहीं ? यह चेक किया जाए तथा गड़बड़ी पाए जाने और डुप्लीकेट सील लगाकर शासन की आंखों में धूल झोंकने वाले शराब दुकानों का लाइंसेस सस्पेंड किया जाए एैसी मांग भी अब उठ रही है।

रवि आर्य