नागपुर: महाराष्ट्र में तमिलनाडु सरकार की तर्ज पर ओबीसी के तहत आने वाली सभी जातियों की स्वतंत्र जनगणना होनी चाहिए। राज्य में ओबीसी की स्वतंत्र जनगणना न होने की वजह से नंदुरबार, ठाणे, धुले, यवतमाल, गडचिरोली, चंद्रपुर में रहने वाले ओबीसी को मात्र 19% ही आरक्षण का लाभ मिल रहा है। इस वजह से ओबीसी समाज की उन्नति थम सी गई है. उक्त मांग भाजपा ओबीसी मोर्चा विभागीय प्रमुख सुभाष घाटे ने प्रधानमंत्री सह मुख्यमंत्री से की है।
इस संदर्भ में घाटे ने प्रधानमंत्री एवं राज्य के मुख्यमंत्री के नाम नागपुर के संभागीय आयुक्त सह नागपुर के जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। घाटे के अनुसार देश की जनसंख्या के अनुसार ५४% जनसंख्या ओबीसी समाज की है. ओबीसी समाज को भी अन्य समाज की मार्फ़त हक्क व अधिकार,समाज हितार्थ आर्थिक नियोजन किया जाये। इसके उपरांत घाटे ने जानकारी दी कि स्वतंत्र रूप से ओबीसी की सभी जातियों की जनगणना हुई तो सम्पूर्ण ओबीसी समाज को तय आरक्षण का लाभ मिलेगा।
ज्ञापन मार्फत अन्य मांगें
– क्रीमीलेयर की शर्त शिथिल की जाए।
– ओबीसी किसानों को भी विविध योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए।
– मनपा व जिलापरिषद में स्वतंत्र ओबीसी विभाग का निर्माण हो।
– ओबीसी विद्यार्थियों को १००% स्कॉलरशिप दिए जाये।
– उक्त समाज के विद्यार्थियों के लिए जिला निहाय छात्रावास हो,जहाँ रहकर अध्ययन करने का लाभ मिलेगा।
– केंद्र सरकार की तर्ज पर महाराष्ट्र सर्कार भी ओबीसी के लिए २७% आरक्षण लागु करे।
– गडचिरोली के शासकीय कृषि महाविद्यालय में ओबीसी के लिए तय आरक्षण में इजाफा किया जाये।
शिष्टमंडल में भाजपा प्रणीत ओबीसी मोर्चा से जुड़े विदर्भ के सभी जिलों से पदाधिकारी उपस्थित थे। इनमें सर्वश्री गज्जू डप, राहुल किरपान, संकेत तालेवार, लक्ष्मण तानपिल्लेवार, शैलेश शाहू, कपिल लारोकर, सतीश पालीवाल, सचिन ठाकरे, मेघराज सेउतकर, विजय हटवार, किशोर पाटिल, विना खानोरकर, रवि किरण समर्थ,मंचितराव पोहरे,नाना उमाठे, नगरसेवक सुनील हिरणवार, ओंकारेश्वर गुरव, प्रतिभा वैरागड़े, आशीष भूते, उमेश पड़घन, डॉक्टर पूजा धांडे, वंदना गुहे, ममता गायकवाड़, सुरेश वैरागड़े, विशाल पाटिल, रामु कुंभारे, सुनील वाघमारे, चक्रधर अतकरे आदि उपस्थित थे।