नागपुर: नागपुर महानगर पालिका चुनाव में जीत के लिए राजनितिक दल सर्वे का सहारा ले रही है बीते दिनों शहर में अपनी स्थिति का अवलोकन करने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा कराये गए सर्वे की रिपोर्ट सामने आई थी। इसी वर्ष सत्ताधारी बीजेपी भी एक सर्वे करवा चुकी।
मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी अब एक और सर्वे कराने की तैयारी में है जिसका मकसद चुनाव में उम्मीदवारी की दावेदारी कर रहे नेता कार्यकर्ताओं की स्थिति का पता लगाना है। शहर इकाई के वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार यह पार्टी ने इस सर्वे की जिम्मेदारी देश में चुनावी सर्वे करने वाली दिल्ली-मुंबई की नामीगिरामी कई कंपनियों का सहारा लिया है। शहर के पार्टी द्वारा निर्धारित 6 मंडल और 38 प्रभागों में यह सर्वे किया जायेगा। इस सर्वे के तहत सर्वे करने वाली कंपनी के प्रतिनिधि हर प्रभाग में जा कर कुल मतदाताओ के करीब 5 फीसदी मतदाताओं से राय एकत्रित करेगे।
पार्टी ने हर प्रभाग में चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों से उनके नाम मंगाए थे। बुधवार तक शहर भर से करीब 2000 उम्मीदवारों ने अपनी चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर ही है। कई प्रभागों में तो 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओ ने अपने नाम दिए है। ऐसे मनपा चुनाव में टिकिट को लेकर होने वाली माथापच्ची से बचने के लिए और इच्छुक उम्मीदवार की लोकप्रियता की जानकारी हासिल करने के लिए सर्वे कराने का निर्णय लिया गया है। इस सर्वे की रिपोर्ट दिवाली के दौरान आएगी। और लोकप्रियता के अनुसार ही उम्मीदवार का चयन किया जायेगा।
इस सर्वे के दौरान प्रमुख तौर पर दो सवाल आम मतदाताओ से पूछे जायेगे। पहला वो किस पार्टी को वोट देंगे और दूसरा अगर बीजेपी से उन्हें चुनाव करना हो तो किसे अपना मत देंगे। सर्वे कंपनी पार्टी को प्राप्त इच्छुक उम्मीदवारों का नाम मतदाताओं के सामने रखेगी जिसमे से जनता जिसे ज्यादा समर्थन देगी उसकी टिकिट पक्की मानी जाएगी। इस बार नागपुर महानगरपालिका के चुनाव में प्रभाग को 4 जनप्रतिनिधियो का बनाया गया है। मनपा को मिनी विधानसभा भी माना जा रहा है। आम तौर पर वार्ड के प्रतिनिधी को गल्ली का नेता माना जाता है पर अब प्रभाग का दायर बढ़ने से जीत के लिए उम्मीदवार का कद उसकी लोकप्रियता का खास महत्त्व होगा। इस सर्वे के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी अपना उम्मीदवार तय करेगी। वैसे पार्टी ने इच्छुक उम्मीदवारों को अपने प्रभाग में अभी से खुद के और पार्टी के चुनाव प्रचार के काम में जुट जाने का आदेश दे दिया है।