भंडारा। भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने पिछले कुछ महिनो में राज्य में धड़ल्ले से हो रही रिश्वतखोरी को रोकने की कोशिश के बावजूद भ्रष्टाचारी रिश्वतखोरो की सख्या में अब तक कोई कमी नहीं आई है. भंडारा और गोंदिया जिले के भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने पिछले 60 महीने में 38 रिश्वतखोरो को जेल भेजकर अपने आप में एक कीर्तिमान स्थापित किया है.
यह दोनों जिलो में हो रही गिरफ्तारियों को देख ऐसा लगता है की कहीं रिश्वतखोर अफसरों में पकडे जाने की स्पर्धा तो नहीं हो रही. वर्ष 2015 में 1 जनवरी से 30 जून तक आधे वर्ष की इस कालावधि में एसीबी की भंडारा टीम ने 15 मामलों में तो गोंदिया टीम ने 16 मामलो में 19 रिश्वतखोर सरकारी अफसरों को रंगे हाथों पकड़ा जबकि एक मामले में दोनों जिलों की टीमों ने सयुंक्त कारवाई की.
इन 38 रिश्वतखोर अफसरों में महसूल विभाग के सर्वाधिक 8, वनविभाग के 6, पुलिस विभाग के 4, भूमि अभिलेख विभाग के 4, आरोग्य विभाग के 3, पंचायत समिति के 2, जिल्हापरिषद के 2, बिजली महावितरण का 1, सिंचाई विभाग के 1, पुलिस पटेल, ग्रामसेवक, विक्रीकर अधिकारी, बैंक के वसूली अधिकारी, सरपंच और उनके सहकारियों का समावेश है.