– ऍड विरसिंग को बहारका रास्ता दिखाया
नागपुर – बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन मायावतीजी ने जिनको प्रदेश से लेकर तो राष्ट्रीय तक पहुचाया विधायक, मंत्री, सांसद बनाया. प्रभारी और प्रदेश का मुखींया बनाया उंहोणे ही बसपा को धोका दिया. सामान्य लोगोने और कार्यकर्ता ने बहनजी को और पार्टी को कभी धोका नही दिया.
लखनऊ और दिल्ली से महाराष्ट्र का प्रभारी बनाकर जिनको भेजा उसमे से डॉ के के सचांन, डॉक्टर अशोक सिद्धार्थ, लालजी मेधनकर, रामअचल राजभर, *एडवोकेट वीरसिंग* इंहोने बहणजी को और महाराष्ट्र के लोगो को धोका दिया.
महाराष्ट्र प्रदेश के अध्यक्ष/ प्रभारी श्रीकृष्ण उबाले, सिद्धार्थ पाटील, ऍड सुरेश माने, विलास गरुड, सुरेश साखरे आदिने धोका दिया. पार्टी छोडकर दुसरी पार्टीया बनाई. और कुछ लोग पार्टी मे रहकर तिकिटे और पद बेचकर धोका देने के कगार पर खडे है। लेकिन सामान्य कार्यकर्ता अपनी प्रामाणिकता से आज भी मोव्हमेंट ओर मिशन का काम कर रहा है.
ऍड विरसिह पिछले 15 साल से महाराष्ट्र का प्रभार संहाल रहा था। बहनजी ने ऊसे 3 बार (18 साल) राज्यसभा भेजा। राष्ट्रीय महासचिव बनाया, 5 राज्य का चार्ज दिया। औरत को लालबत्ती दि, 1 लडके को विधायक की तिकीट दि, करोडो की प्रॉपर्टी कामाने के बाद भी, वह दोनो लडकोको तिकिटे मांग रहा था। बहनजी ने नकारा। आज वह समाजवादी पार्टी मे गया।
खुशी इस बात की है की महाराष्ट्र को पैसे से लुटणेवाला, आंबेडकरी कोंम को कोसनेवाला, महार-चमार बोलकर झगडे लगानेवाला, सच्चे कार्यकर्ता ओको किनारे कर दलालोको आगे कर पार्टी को बरबाद करर्नेवाला ऍड विरसिंग नामक दलाल और प्रदूषण पार्टी छोडकर चले गया, जो प्रदूषण बचा होगा कार्यकर्ता संहाल लेंगे।
उत्तर प्रदेश के चुनाव से पहले ये अच्छा हुआ अस्तिन के साप बहार निकल गये, नही तो ज्यादा खतरा होता। महाराष्ट्र के लोग सतर्क रहे क्यो की अभी 3 माह बाद महानगर के चुनाव है।