Published On : Mon, Nov 27th, 2017

मोस्ट वांडेट मुन्ना यादव के जन्मदिन पर सोशल मिडिया पर शुभकामनाओं की बाढ़

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  • बैनर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा महारष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अलावा अन्य नेताओं की तस्वीरें, नागपुर में चर्चा का विषय, जनता में दहशत बरकरार; अधिवेशन में गर्माएगा यह मामला


नागपुर: हत्या के प्रयास तथा मारपीट जैसे गंभीर मामले में वांछित राज्य कामगार महामंडल के अध्यक्ष मुन्ना यादव धंतोली पुलिस स्टेशन से फरार चल रहे हैं। मुन्ना यादव और उनके दोनों बेटे करण और अर्जुन भी फरार बाताए जा रहे हैं। 27 नव्हंबर 2017 को उनका जन्मदिन है जिसके चलते उनके समर्थकों ने रास्तों पर कई होर्डिंग बधाई संदेशों के साथ लगा दिए हैं, यही नहीं सोशल मीडिया पर भी समर्थकों की शुभकामनाओं की बाढ़ सी उमड़ती दिखाई दे रही है।

विशेष बात यह है कि इस होर्डिंग बैनर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, नागपुर के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुड़े, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, विधायक सुधाकर कोहले, सत्तापक्ष नेता संदीप जोशी के फोटो लगाए गए हैं। शुभकामनाएं देनेवालों में भी कुछ आपराधिक गतिविधि में लिप्त व्यक्तियों की तस्वीरें भी दिखाई दे जाती हैं। इन तस्वीरों को देख जनता भयभीत हो रही है।


हत्या के प्रयास के मामले में फरार आरोपी मुन्ना यादव को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है और उसके बेकाबू गुंडे किस्म के समर्थकों ने जिस तरह से होर्डिंग लगाकर पुलिस को कड़ी चुनौती दी है, वह समाज में नकारात्म संदेश देती नजर आ रही है। क्या नागपुर पुलिस भी मुन्ना यादव के जन्मदिन के इस होर्डिंग्स का स्वागत करेंगी या वाकई में मुन्ना यादव को गिरफ्तार करेगी, हाल ही के पत्रपरिषद में नागपुर पुलिस की अपराध शाखा की डीसीपी संभाजी कदम ने मुन्ना यादव को फिलहाल फरार बताया है। नेताओ को बिना बताए उनके फोटो हत्या के प्रयास में फरार आरोपी के साथ कुछ समर्थकों ने लगाए हैं जिससे उनकी छवी धूमिल हो रही है। क्या यह नेता उन समर्थकों के खिलाफ कुछ कानुनी कारवाई करेंगे इस ओर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ जनता का भी ध्यान लगा हुआ है।


सुत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी बताए जाने वाले मुन्ना यादव की वजह से उन्हें काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी है। 11 दिसंबर से शीतकालीन अधिवेशन शुरू होने जा रहा है। इस दौरान सदन में विपक्ष द्वारा मुन्ना यादव को लेकर मुख्यमंत्री को घेरने की चर्चा भी जोरों पर है। वहीं चर्चा यह भी है कि इन सारी परिस्थितियों के चलते शीतसत्र से पहले मुन्ना खुद पुलिस के पास नेताओं के आदेश से सरेंडर भी कर सकते हैं।