लखनऊ : उत्तर भारत के राज्यों में बुधवार को फिर मौसम ने करवट ली। बुधवार शाम आए आंधी-तूफ़ान में 12 लोगों को यूपी में जान गंवानी पड़ी है। मथुरा में तीन, इटावा में चार, फिरोज़ाबाद में दो, आगरा, अलीगढ़, कानपुर ग्रामीण में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। ज़्यादातर लोगों की मौतें कच्चे घरों की छतों के गिरने, बिजली के खंभे गिरने से हुई है।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में अगले 24 घंटों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। कई जगह तेज और हल्की बारिश का भी अनुमान है। मौसम विभाग का कहना है कि 48 घंटो तक प्रदेश के कई हिस्सो में अंधड़ और बारिश के बरकरार रहने की संभावना व्यक्त की है।
प्रमुख सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी ने बताया कि आगरा के एतमादपुर में मकान पर पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हुई है। हाथरस से मिली खबर के मुताबिक वहां आकाशीय बिजली गिरने से 15 वर्ष के एक किशोर की मौत हो गई। घटना हाथरस जंक्शन थानाक्षेत्र के मोहब्बतपुरा गांव की है। किशोर खेत से घर लौट रहा था, तभी यह हादसा हो गया।
अवस्थी ने बताया कि प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रभावित लोगों तक तत्काल या गुरुवार सुबह तक राहत पहुंचायें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे आगरा, अलीगढ़, मथुरा और फिरोजाबाद सहित प्रभावित जिलों में आंधी तूफान से हुए नुकसान का आकलन करें और प्रभावित लोगों तक तत्काल मदद पहुंचायें।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एक हफ्ते के अंदर ही धूल भरी आंधी के चलते अब तक उत्तर प्रदेश और राजस्थान से करीब 134 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जिनमें सबसे ज्यादा 84 मौतें उत्तरप्रदेश में हुई हैं। वहीं, राजस्थान में ही 34 लोगों ने अपनी जान गंवाई और 209 घायल हैं।