Published On : Tue, Dec 6th, 2022
nagpurhindinews | By Nagpur Today Nagpur News

दिल्ली से मिल रहा नागपुर के सुपारी माफिया को ‘संरक्षण’ और ‘आशीर्वाद’

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नागपुर: असम में गुवाहाटी पुलिस की अपराध शाखा द्वारा अवैध सुपारी की तस्करी में शामिल सरगना, जसबीर सिंह छतवाल की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को नागपुर और मुंबई में कई परिसरों पर छापेमारी की थी। इस कार्रवाई में 11.5 करोड़ रुपए मूल्य के 289 मेट्रिक टन से अधिक सुपारी जब्त की गई। कैप्टन कहे जाने वाले कुख्यात छतवाल के ज़रिए कई सनसनीखेज तथ्यों पर प्रकाश पड़ा है। यह छापे सुपारी की इंडोनेशियाई किस्म की तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच का हिस्सा थे। ईडी की कार्रवाई से सुपारी कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।

गोयल ट्रेडिंग के प्रकाश गोयल, अल्ताफ कालीवाला, आसिफ गनी, वसीम बावला, दिग्विजय ट्रांसपोर्ट कंपनी के हेमंत कुमार गुलाबचंद तथा हिमांशु भद्र और नागपुर में दो अन्य चार्टर्ड अकाउंटेंट के कार्यालयों पर छापा मारा गया।

इस मामले में एक भयानक तथ्य सामने आया है। टीवी 9 मराठी न्यूज़ चैनल की एक रिपोर्ट के अनुसार, नागपुर के सुपारी तस्करों को “आशीर्वाद” और “संरक्षण” दिल्ली से मिल रहा है। रिपोर्ट में इस बात का भी दावा किया गया है कि दलालों के माध्यम से सुपारी तस्करों के खिलाफ जांच प्रक्रिया एवं कार्रवाई को विफल किया जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईडी का मामला पिछले साल मार्च में सीबीआई की एक एफआईआर से प्रकाश में आया है। इसमें आरोप लगाया गया था कि नागपुर के कई व्यापारी लोक सेवकों के साथ मिलकर इंडोनेशियाई मूल के सुपारी की तस्करी में शामिल हैं। इन सुपारी कंसाइनमेंट का दक्षिण एशियाई वरीयता व्यापार समझौता (साप्टा) और दक्षिण एशिया मुक्त व्यापार समझौता (साफ्टा) के सदस्य देशों से उत्पन्न होने का झूठा दावा किया गया।

रिपोर्ट में आगे कहा गया कि यह दावा “नकली” प्रमाणपत्रों का एवं फर्जी तथा कम मूल्य वाले बिलों/चालानों का उपयोग करके किया गया था। ज़्यादातर मामलों में कस्टम ड्यूटी देने की प्रक्रिया के समय अधिकारियों को चकमा दिया गया। इंडोनेशियाई सुपारी की तस्करी म्यांमार सीमा के पार से बड़े पैमाने पर की जाती है।

जांच में यह पाया गया है कि इंडोनेशियाई सुपारी के आपूर्तिकर्ताओं, कमीशन एजेंट, रसद प्रदाता, ट्रांसपोर्टर, हवाला ऑपरेटर और खरीदारों का एक सुव्यवस्थित रैकेट है। इसके सदस्य भारत-म्यांमार सीमा से भारत में इस वस्तु की तस्करी नियमित रूप से बड़े पैमाने पर कर रहे थे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि “मनगढ़ंत” घरेलू चालान बनाए गए थे और तस्करी की सुपारी महाराष्ट्र के नागपुर और गोंदिया जिलों में लाई गई थी। सूत्रों के मुताबिक मूल रूप से नागपुर के रहने वाले जसबीर को गुवाहाटी के एक होटल से गिरफ्तार किया गया है। वह म्यांमार से सुपारी लाया करता था और देश के कई हिस्सों में इसकी तस्करी किया करता था। जसबीर पर असम में सुपारी की अवैध तस्करी चलाने का आरोप है और वह राज्य में सक्रिय कई सुपारी माफियाओं से वाकिफ है।