नागपुर: महानगर के सर्वांगीण विकास में महा – मेट्रो रेल परियोजना जहां नागरीकों विश्वस्तरीय परिवहन सेवा उपलब्ध करायेगी वही दूसरी और शहर को हराभरा बनाने में उल्लेखनीय भूमिका निभायेगी. इस स्टेशन की डिजाईन को प्रकृती के साथ जोडने का प्रयास किया जा रहा है. महानगर का इतिहास ३०० वर्ष पुराना है. ऐतिहासिक महानगर के गौरव को बरकरार रखने के लिए महामेट्रो के प्रबंध निदेशक श्री. ब्रिजेश दिक्षित ने जो निर्णय लिए है वह शहर के सुंदरता में निश्चित ही चारचांद लगायेंगे.
उत्तर अंबाझरी मार्ग स्थित इन्स्टीट्यूशन ऑफ इंजिनिअर्स के सामने बन रहे मेट्रो स्टेशन को ‘एक़्वा थीम’ पर बनाया जा रहा है. इंटरचेंज स्टेशन से लेकर लोकमान्य नगर कि ओर जानेवाली मेट्रो रेल को ब्ल्यूलाईन कि संज्ञा दी गयी है, जब कि खापरी से प्रजापती नगर तक जाणे वाली मेट्रो रेल को ऑरेंज लाईन कि उपमा दी गयी है. नाग नदी के समांतर बन रहे रिच – ३ के इन मेट्रो स्टेशनकों ब्ल्यू लाईन के नाम से पहचाना जायेगा. एक़्वा थीम कां यही मुख्य आधार है. मेट्रो रेल स्टेशन इन्स्टीट्युशन ऑफ इंजिनिअर्स के लिए निश्चित हि गौरवपूर्ण होगा. स्टेशन का महत्व इसलिये भी अधिक बढ जायेगा क्योकी इसके समीप ही पर्यटन स्थल महाराजबाग होने के साथ हि महाविद्यालय और अनेक स्कूल है.
५००० वर्ग मीटर क्षेत्र में निर्माणाधीन दो मंजिल स्टेशन के इमारत का निर्माण बेहद खुबसुरत डिजाईन के द्वारा किया जा रहा है. पहली मंजिल पर तिकीट काउंटर, दुकान, प्रसाधन गृह का निर्माण किया जायेगा. स्टेशन पर पहुंचने के लिए लिफ्ट एवं एस्केलेटर्स कि व्यवस्था कि जायेगी. रेन – वाटर हार्वेस्टिंग, ग्रीष्मकालीन दिनो में ध्यान में रखकर स्टेशन के छत पर ग्याल्वालूम शीट लगायी जायेंगी ताकी ग्रीष्मकालीन दिनो में उष्णता से राहत मिल सके. वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांगो को कोच तक पहुंचने कि लिए विशेष व्यवस्था कि जा रही है, ताकी इन्हे किसी सहारे कि आवश्यकता ना हो. मानवी मूल्य, सामाजिक जिम्मेदारी के साथ हि शहर कि ऐतिहासिक धरोहर का जतन करणे का प्रयास मेट्रो प्रबंधन कर रहा है.