42 रायुकां कार्यकर्ता डिटेन, मांगा इस्तीफा
अमरावती। राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस ने महिला बाल कल्याण व ग्रामविकास मंत्री पंकजा मुंडे के खिलाफ रास्ता रोको कर इस्तीफे की मांग की. रहाटगांव टी पाईंट पर जमकर नारेबाजी करते हुए विशेष न्यायिक आयोग व्दारा इस मामले की जांच करने की मांग कार्यकर्ताओं ने की. आंदोलन का उग्र रुप देखते हुए पुलिस प्रशासन ने आंदोलनकर्ता 42 कार्यकर्ताओं को डिटेन किया.
एक दिन में कैसे निकाले 24 अध्यादेश
मंगलवार को सुबह 11 बजे नेशनल हाइवे क्रमांक 6 के रहाटगांव टी पाईंट पर जैसे ही एकजुटता के साथ कार्यकर्ताओं ने सरकार के भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ नारेबाजी करना शुरु किया. पुलिस प्रशासन की ओर से आंदोलन को दबाने का प्रयास किया गया. राकां जिलाध्यक्ष सुनील व:हाडे ने कहा-भले ही सरकार पुलिस प्रशासन की मदद से आंदोलन को दबाये, लेकिन आदिवासी छात्रों के साथ गद्दारी करने वाले नेताओं को कुर्सी पर बैठने के अधिकार नहीं है. काला धन वापस लाने का आश्वासन देने वाले प्रधानमंत्री ने इस मामले की भी गहराई से जांच करनी चाहिए कि एक दिन में 24 अध्यादेश निकालकर 206 करोड़ के वस्तुओं की खरीदी विशेष कंपनियों को कैसी दी गयी. हालांकि 3 लाख से अधिक खरीदी के लिए ई-टेंडर निकालने के निर्देश है. बावजूद इसके पंकजा मुंडे ने नियमों का उल्लंघन किया है. इसलिए उन्होंने तुरंत इस्तीफा देने की मांग की.
आंदोलन को उग्र होते देख आखिरकार पुलिस ने 42 कार्यकर्ताओं को डिटेन किया. आंदोलन में रायुकां जिलाध्यक्ष ऋषिकेश वैद्य, नंदू राऊत, नंदू व:हाडे, सपना ठाकुर, आशा निंदाने, प्रल्हाद सुंदरकर, गणेश खारकर, विजय भांबूरकर, भास्कर राऊत, विनायक कडू के साथ सैकडों कार्यकर्ता शामिल हुए.