उलझन में बिता कीमती समय
विवि का एक और कारनामा
अमरावती। बीएससी सेकंड इयर की परीक्षा के तहत मंगलवार को पहला पर्चा लिया, लेकिन कई छात्र जो पूर्नपरीक्षा (रिएक्जाम) देने आए उनके हाथों में नए कोर्स का पर्चा आने से वह हडबड़ाट मच गई. क्योंकि यह छात्र पुराने कोर्स के सिलेबस (पाठ्यक्रम) के अनुसार परीक्षा की तैयारी कर आए थे. ऐसे में नये कोर्स के सवाल परचे में देख छात्रों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई. छात्रों ने पर्यवेक्षक से इस संदर्भ में शिकायत की तो जवाब में उन्हें इसी परचे को हल करना है. ऐसा कहा गया, जिसके चलते कई छात्र पेपर ठीक तरह से हल नहीं कर सके. कई छात्र कुछ ही देर में परीक्षा कक्ष से बाहर निकलते हुए दिखे. इन छात्रों का कहना है कि उन्हें नए कोर्स से पेपर देना है इस बारे में जानकारी ही नहीं दी गई.
2014 के विंटर से बंद हो चुका पुराना कोर्स
विवि ने बिएससी का पुराना कोर्स विंटर 2014 से ही बंद कर दिया है. पूराने कोर्स के शुरु होने के बाद 5 सैमिस्टर तक यह कोर्स चलाया गया लेकिन बाद में इसे बंद किया गया है. इस संदर्भ में कई बार सूचनाएं भी आन लाईन पर दी गई है. अब जिन छात्रों को परीक्षा देना है वह नए कोर्स से ही दे सकेंगे. जानकारी न होने के कारण छात्रों को असुविधा हुई है.
छात्र नहीं देते ध्यान
संत गाडग़े बाबा अमरावती विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि छात्र लगातार कई बार अनुत्तिर्ण होने के कारण जिन विषयों के पेपर है उनके फार्म भरते है लेकिन अपने कोर्स स्किम की जानकारी नहीं रखते उन्हें फार्म भरने के समय ही आन लाईन जानकारी देखते रहने की सूचना दी जाती है. लेकिन छात्र गंभीरता नहीं दिखाते. इसी का नतिजा इस तरह की घटनाएं है.
जानकारी देना कालेज का काम
परीक्षा के संदर्भ कोर्स बंद होने की जानकारी छात्रों को देना संबंधित कालेज प्रशासन का काम है. हालांकि हम अपने स्तर पर आन लाईन जानकारी देते है. लेकिन कालेज को भी ध्यान देना चाहिए – डा. जयंत वड़ते, परीक्षा नियंत्रक.