अकोला। इस वर्ष का खरीफ मौसम समय पर हो रहा है. इस वर्ष वर्षा ऋतु के आरंभ से ही संतोषजनक बारिश होने के संकेत सभी स्तर से मिल रहे है. इसलिए महाबीज की ओर से मौसम के पहले ही राज्य के कोने-कोने के बीज विक्रेताओं के पास बीज उपलब्ध कराए है. इस वर्ष की खरीफ मौसम में महाबीज द्वारा पर्याप्त बीज आपूर्ति की जा रही है. महाबीज की ओर से खरीफ मौसम के लिइ विविध फसल व प्रजाति के कुल 5.42 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज राज्य के 1355 महाबीज विक्रेता व ग्रामस्तर पर कार्यरत उप विक्रेताओं के माध्यम से सर्वत्र उपलब्ध कराए गए है.
इसमें प्रमुखता से सोयाबीन 3 लाख 61 हजार 956 क्विंटल, संकरित ज्वार 12 हजार 56 क्विंटल, तुअर 16 हजार 771 क्विंटल, उडद 11 हजार 134 क्विंटल, धान 1 लाख 1 हजार 232 क्विंटल बीज का समावेश है. इसके अलावा महावीज की और से मूंग, संकरित मक्का, बिटी कपास, पशू चारा, हरी खाद ढेन्वा तथा सब्जी फसलों के विविध प्रजाति के बीज उपलब्ध कराए गए है. इस वर्ष के खरीफ मौसम के लिए राज्य व केंद्र शासन की ओर से चलाए जा रहे राष्टीय अन्न सुरक्षा अभियान अंतर्गत सोयाबीन, तुअर, मूंग, उडद, धान व संशोधित बाजरा आदि फसल तथा राष्टीय कृषि विकास योजना अंतर्गत तुअर, मूंग, उडद, राष्ट्रिय तिलहन अभियान योजना अंतर्गत सोयाबीन फसल के बीज तथा हाईब्रीड तुअर उत्पादन प्रोत्साहन कार्यक्रम अंतर्गत हाईब्रीड तुर बीज की आपूर्ति की गई है.
खरीफ मौसम के लिए सोयाबीन का पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध कराया गया है. महामंडल ने किसानों के हित में बीज के दाम भी अत्यंत किफायती रखे हित में बीज के दाम भी अत्यंत किफायती रखे है. साोयाबीन राज्य की प्रमुख फसल है. सोयाबीन बीज अत्यंत नाजूक होने से उसे सावधानीपूर्वक बोना चाहिए. अन्यथा अंकुरण क्षमता पर विपरीत असर हो सकता है. महामंडल की ओर से सोयाबीन बीज की थैलियों में थायरम फफूंदीनाशक के पैकट रख गए है. इसलिए किसान थायरम की बीज प्रक्रिया सोयाबीन बीज को जरूर करें. महामंडल द्वारा खरीफ मौसम के लिए सोयाबीन के फुले अग्रणी, एमएयूएस-158, जेएस 96-60, एमएयूएस-71, जेएस-9305 यह नई प्रजाति के बीज तथा जेएस-335 यह प्रचलित बीज किसानों के लिए उपलब्ध कराया गया है. उपलब्ध बीज का लाभ किसानों को लेने की अपील महाबीज के व्यवस्थापकीय संचालक अरूण उन्हाले ने की है.