गोंदिया में बनी अगरबत्ती अमेजॉन और फ्लिपकार्ट पर ऑनलाइन उपलब्ध
गोंदिया: अगरबत्ती का बिजनेस एक कुटीर गृह उद्योग है, अगरबत्ती की निर्माण प्रक्रिया काफी सरल है, इसे घर के छोटे से स्थान पर भी हाथ व मशीनों की मदद से तैयार किया जा सकता है। महिलाएं चाहे तो ३-४ के गु्रप में मिलकर भी अगरबत्ती बनाने का लघु उद्यौग शुरू कर सकती है।
इसे कोई भी प्राइवेट संस्था या एनजीओ की मदद से १५ दिन की ट्रेनिंग लेकर सीख सकता है। इस काम के लिए कोई बड़ी डिग्री या अधिक पूंजी की आवश्यकता नहीं होती? कम पढ़ी-लिखी महिलाएं भी इस काम को करके अच्छा-खासा पैसा कमा सकती है।
अगरबत्ती बनाने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल लगभग एक जैसा ही होता है, बस उसकी सुंगध के लिए अलग-अलग प्रकार व क्वालिटी के सेंट मिलाए जाते है, लिहाजा अगरबत्ती की कीमत उसकी सुंगध (परफ्यूम) पर निर्भर करती है। गोंदिया में बनी अगरबत्तीयां अब अमेजान व फ्लिपकार्ट पर भी ऑनलाइन उपलब्ध हो रही है।
मशीनों से अगरबत्ती बनाना हुआ आसान
अब हाथ से अगरबत्ती बनाने की बजाए मशीन से अगरबत्ती बनाने का तरीका आसान हो चला है। तैयार मसाले को मशीन में डाले और छोटी-छोटी बांस की सिंक द्वारा मिश्रण एकसाथ मिक्स हो जाता है और अगरबत्ती तैयार करने के बाद उसे सुखाने के लिए डाल दिया जाता है।
यदि आप चाहे तो पेकिंग करके भी इसे बेच सकते है, इसके लिए आपको कम्पनी का नाम, रजिस्ट्रेशन. ट्रेड मार्क व जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है।
अदानी फाऊंडेशन की मदद से ५ गांवों की महिलाओं को मिला रोजगार
अदानी फाऊंडेशन व मानव विकास मिशन के माध्यम से गोंदिया जिले के रामाटोला, मेंहदीपूर, गुमाधवड़ा, टिकारामटोला व तिरोड़ा यहां प्रगतिशील महिला शेतकारी उत्पादन कम्पनी से जुड़ी सभासद महिलाओं ने एकत्र होकर ३ वर्ष पूर्व अगरबत्ती बनाने के व्यवसाय की शुरूवात की।
महिलाओं को व्यवसाय शुरू करने के लिए अदानी फाऊंडेशन व मानव विकास मिशन संस्था द्वारा मदद की गई है और ३ महिलाओं का एक गट तैयार करते हुए उन्हें एक अगरबत्ती बनाने की मशीन तथा ३०० किलो अगरबत्ती बनाने का मसाला व १०० किलो अगरबत्ती बनाने की लकड़ी की सिंक की आपूर्ति की गई, साथ ही महिलाओं द्वारा तैयार की गई अगरबत्तीयों की बिक्री (मार्केट) की व्यवस्था भी अदानी फाऊंडेशन द्वारा की गई है।
३ महिलाएं एक दिन में बना लेती है ६० किलो अगरबत्ती
अदानी फाऊंडेशन के हेड नितिन शिरोड़कर ने जानकारी देते बताया कि, घर का कामकाज निपटाने के बाद भी मशीन द्वारा एक दिन में ३ महिलाएं ५० से ६० किलो अगरबत्ती आसानी से बना लेती है। एक किलो अगरबत्ती पर उन्हें १० रूपये से अधिक का मेहनताना मिलता है, इस तरह एक महिला आसानी से घर बैठे-बैठे प्रतिदिन २०० रूपये की आय अर्जित कर रही है।
इस अगरबत्ती उद्यौग के माध्यम से गांव की महिलाओं की आर्थिक स्थिति ना सिर्फ सदृढ़ हो रही है बल्कि परिवार के उदरनिर्वाह तथा बच्चों के शिक्षण में भी उन्हें आर्थिक सहयोग मिल रहा है। महिलाएं ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस अगरबत्ती उद्योग से जुड़े, इस दृष्टि से अदानी फाऊंडेशन प्रयत्नशील है।
आगामी १ मार्च से प्र्रगतिशील शेतकरी महिला कम्पनी द्वारा अधिराक्षी नाम से तैयार की गई सुंगधित अगरबत्तीयां अमेजान व फ्लिपकार्ट पर भी ऑनलाइन बिक्री के तहत उपलब्ध है।
रवि आर्य