नागपुर: वन विभाग का पेंच प्रोजेक्ट कार्यालय मंगलवार को उस समय सक्ते में आ गया जब पेंच टाइगर प्रोजेक्ट के तहत आनेवाले मानसिंगदेव अभ्यारण्य में एक मादा बाघ का शव लगभग सड़ी गली हालत में मिला। शव सोमवार 17 अप्रैल की रात 9.45 बजे दिखाई दिया। मंगलवार 18 अप्रैल को सुबह एनटीसीए के मार्गदर्शिका के अनुसार उसका शव विच्छेदन किया गया। शव की अवस्था को देखकर उसकी मौत 4 से 5 दिन पूर्व होने का अनुमान वन विभाग के अधिकारियों ने लगाया है।
शव के सारे अंग सही सलामत होने से इसके शिकार किए जाने की आशंका से इंकार किया गया है। पोस्टमार्टम के बाद ही बाघिन की मौत का असली कारण पता चल पाएगा। हालांकि जांच के िलए दो अधिकारियों की जांच टीम बनाई गई है। इसमें पेंच बाघ प्रकल्प के सहायक वनसंरक्षक एस.एस. भागवत और सालेघाट वन परिक्षेत्र अधिकारी आर.एन.भोंगाडे का समावेश है।
Advertisement

Advertisement
Advertisement