Published On : Tue, Apr 18th, 2017

‘जय’ की याद में वन्यजीव प्रमियों का ‘कैंडल विजिल’

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नागपुर:
 उमरेड करांडला वन्यजीव अभ्यारण्य के मशहूर बाघ ‘जय’ को लापता हुए मंगलवार 18 अप्रैल को एक साल बीत गए। लेकिन अब तक ना तो वनविभाग का खोजी दल ही इसे खोज पाया है और ना ही अन्य कोई जांच एजेंसियों ने ही इस मामले में कोई सकारात्मक परिणाम दिया है।

मंगलवार को संविधान चौक पर वन्यजीव सेवी संस्था क्लॉ(कंजर्वेशन लेंसेस एंड वाइल्डलाइफ)की ओर से सामूहिक रूप से मोम्बत्तियां जला कर जय को याद किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में वन्यजीव क्षेत्र से जुड़े और वन्यजीव प्रेमी इकट्ठा हुए। क्ला के सरोष लोधी ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि जय की खोज सही तरीके से नहीं की गई। राज्य के मुख्यमंत्री और वनमंत्री दोनों ने आश्वसन दिया था कि जय को शत प्रतिशत खोज निकालेंगे। लेकिन दोनों के आश्वासन केवल नाम के रह गए हैं।


लोधी ने कहा कि जय रेडियो कॉलर आईडी युक्त एक बाघ था। फिर भी वन विभाग उसे ढ़ूंढ़ने मे पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है। इस प्रदर्शन में राजेश बंसोड, क्लॉ ग्रूप के समीर इंगले, वीराज उपगढ़े, विनीत अरोरा, शाकिर हुसैन, मोहम्मद जुनैद, डॉ.ईला कुलकर्णी, दिगम्बर चापले, अमित जैन समेत अन्य लोग मौजूद थे।