नागपुर : श्वानों की नसबंदी शुरू होने के बाद उनकी नसबंदी में हो रही लापरवाही को लेकर मानद पशु कल्याण अधिकारी करिश्मा गलानी ने दो डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद मनपा की ओर से नसबंदी का काम रोक दिया गया था. लेकिन एक बार फिर से नसबंदी भांडेवाडी के शेल्टर होम में शुरू होनेवाली है. इसके लिए मनपा की ओर से 3 डॉक्टर और एक डिप्लोमाधारक डॉक्टर की नियुक्ति कर दी गई है. 10 दिनों के बाद शहर में लावारिस श्वानों की नसबंदी की शुरुआत होने की जानकारी मनपा के स्वास्थ अधिकारी डॉ. गजेंद्र महल्ले ने दी है. नागपुर महानगरपालिका को 50 हजार श्वानों की नसबंदी के लिए 3.करोड़ 50 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं. श्वानों की नसबंदी को लेकर मनपा का स्वास्थ विभाग हमेशा से ही विवादों में रहा है. कई वर्षों के बाद नागपुर मनपा की ओर से इसे शुरू करने का प्रस्ताव रखा गया था. शहर में बढ़ती श्वानों की संख्या को नियंत्रण में रखने का एकमात्र इलाज नसबंदी ही है.
श्वानों की नसबंदी को लेकर मानद पशु कल्याण अधिकारी करिश्मा गिलानी ने जानकारी देते हुए बताया कि मनपा ने डॉक्टर नियुक्त किए हैं. मॉनिटरिंग कमेटी में वे खुद हैं. पिछले बार शिकायतें आने के बाद नसबंदी के कार्य को बंद किया गया था. गिलानी ने बताया कि इस बार उनका ध्यान रहेगा श्वानों की नसबंदी पर. उन्होंने बताया कि इस बार मनपा की ओर से अच्छे तरीके से नसबंदी का कार्य होना चाहिए. जिससे की पिछले बार किए गए गलत कामों की पूर्ति की जा सके.