नागपुर: इस वर्ष सरकार ने किसानों की फसलों को हुई भारी बारिश के लिए मदद की घोषणा भी की, लेकिन उन्होंने नुकसान के मुताबिक किसानों की मदद नहीं की और कुछ किसानों को अब भी मदद नहीं मिली है। वहीं दूसरी ओर बीमा कंपनियों ने किसानों को मुआवजा दिए बिना पूरी तरह लूटने का काम किया है। इन प्रमुख मांगों को लेकर आम आदमी पार्टी काटोल की ओर से युवा नेता वृषभ वानखेड़े के नेतृत्व में तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया।
पूरे राज्य में गीला सूखा घोषित किया जाए और प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाए, फसल बीमा कंपनियों को फसल बीमा देना अनिवार्य किया जाए, खेतिहर मजदूरों को रोजगार गारंटी योजना के तहत काम दिया जाए, सरकारी स्कूलों का स्तरोन्नयन किया जाए, दिल्ली की तर्ज पर कम पास रेट वाला कोई भी स्कूल बंद न हो। निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों की आर्थिक लूट रोकने के लिए फीस नियंत्रण, आदिवासियों को वन भूमि पट्टे देने तथा जंगली जानवरों से आदिवासी और किसानों की सुरक्षा के लिए मौजूदा कानूनों में बदलाव की प्रमुख मांगों के साथ ज्ञापन सौंपा गया।
इस अवसर पर आम आदमी पार्टी के जिला संपर्क प्रमुख सुनील वडस्कर, रमन मनकवडे, कृष्णा ठाकरे, अविनाश अटकले, दत्ता धवड़, नीलेश पेठे, दुर्गेश चौधरी, जयश्री बंड, हरीश पेंदाम, संदीप चव्हाण, अंकुश जाधव, समीर मसराम, स्वप्निल गायकवाड, विवेक धवड़, चेतन उमाठे, बालू कौरती, आकाश रंगारी, दिनेश परतेती, केवल तुमडाम, शैलेश गोलाईत, सविता कौरती, नीलेश वाघे, शंकर नेहारे, मयूर डोंगरे, अक्षय डफर सहित सैकड़ों किसान ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में मौजूद थे।