कई घरों और स्कूलों की छत उड़ी; बिजली के तार टूटे, पेड़ गिरे
नांदागोमुख
एक-डेढ़ माह के अंतराल के बाद बारिश आई भी तो ऐसी कि सबका नुकसान कर गई. नांदागोमुख क्षेत्र के छत्रापुर, जैतपुर, सालई, नांदागोमुख और आसपास के इलाकों में शुक्रवार की दोपहर को हुई तूफानी बारिश से कई घरों की छतें उड़ गई. झाड़ों की टहनियां टूट कर रास्ते पर आ गिरीं. अनेक स्थानों पर बिजली के खंभों से तार गिर गए, जिससे चार-पांच घंटे बिजली बंद रही.
इस तूफानी बारिश में श्यामराव बल्की और सूरज बल्की बाल-बाल बच गए. उनके घर की सीमेंट की छत उड़कर दूर जा गिरी. छत अगर उन पर गिरी होती तो दोनों का क्या हाल होता, बताया नहीं जा सकता. उनका 50 हजार से अधिक का नुकसान जरूर हो गया.
तेज हवाओं के कारण गोमुख विद्यालय नांदा, श्रीसंत विद्यालय नांदागोमुख के कवेलू और पूरा किचन शेड उड़ गया. उस पर पेड़ भी गिर गया. सालई मार्ग पर विद्युत खंभा टूट गया और पेड़ के कारण तार टूट गए. इससे इलाके की बिजली गोल हो गई. महावितरण कंपनी के उपकेंद्र शाखा नांदागोमुख के अभियंता सुबोध गणवीर, लाइन मैन काले और लक्ष्मीकांत ताजने, ठेकेदार अपनी टीम के साथ पहुंचे और चार-पांच घंटों की मेहनत के बाद खतरे को दूर किया और बिजली की आपूर्ति बहाल की.
नांदागोमुख क्षेत्र के छत्रापुर, जैतपुर, सालई, नांदागोमुख और आसपास के इलाकों के प्रभावित किसानों और नागरिकों ने पूरे इलाके का सर्वेक्षण कर नुकसान-भरपाई देने की मांग की है.