- विधायक राजेन्द्र नजरधने के प्रयासों का फल
- किसानों में ख़ुशी का वातारण
उमरखेड (यवतमाल)। विगत 10 वर्षों से मरसूल-सुकली मार्ग की हालत बेहद खस्ता थी. इस मार्ग का डांबरीकरण हो ऐसा दोनों गांव के ग्रामस्थों ने पुर्व लोकप्रतिनिधी की ओर मांग की थी.
विधायक राजेंद्र नजरधने सौ दिनों पहले लाखों मतदारों को विश्वास देकर जनता के प्रश्न सुलझाने के लिए विधानसभा सदस्य बनकर गए. सबसे पहले यातायात का प्रश्न सुलझे इसलिए उन्होंने मरसूल-सुकली मार्ग के डांबरीकरण का प्रस्ताव सां.बा. विभाग की ओर से रखा गया. 13 वे वित्त आयोग से 76 लाख रूपये दुर्गम क्षेत्र अंतर्गत डांबरीकरण रास्ते को प्रशासकीय मंजुरी मिल गयी. जल्द ही रास्ते का काम संबंधित ठेकेदार को सौंपा जायेगा ऐसी भाजपा शहर अध्यक्ष नितिन कुमार भुतडा ने जानकारी दी.
जिस तरह विधायक ने मार्ग के डांबरीकरण की ओर ध्यान दिया उसी तरह सिंगल फेजिंग यंत्रणा बिजली का प्रश्न सुलझाकर मरसूल गांव के रास्ते के समीप 33 केव्ही बिजली उपकेन्द्र निर्माण करके किसानों को राहत दी जाए ऐसी भी मांग किसान कर रहे है. मरसूल-सुकली के डांबरीकरण से दोनों गांवों का शहरी संपर्क बढ़ेगा और पुसद की ओर जानेवाले नागरिकों को रिंग रोड से कम दुरी कांटकर सुविधा प्राप्त होगी. तथा महागांव की ओर जानेवाले को भी अच्छी सुविधा प्राप्त होगी.