Published On : Sat, Apr 15th, 2017

७ करोड़ में ७०० मीटर डामर की सड़क

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नागपुर:
कौन कहता है मनपा कड़की में है। यह तो कृत्रिम संकट पैदा की गई है। वर्ना मनचाहे योजनाओं को पूरा करने में जो दिक्कतें आती हैं उसे दूर भी कर दिया जाता है। आर्थिक रूप से सक्षम मनपा पिछले दीपावली से मॉरिस कॉलेज चौक से युनिवर्सिटी चौक तक सड़क बनाने का काम करते ही जा रही है। अब तक इस सड़क को पूरा नहीं किया जा सका है।

इस काम के लिए मनपा द्वारा तैनात निरीक्षक के अनुसार इस सड़क का निर्माण छिंदवाड़ा रोड से अमरावती रोड को जोड़ने के लिए किया जा रहा है। उसी तरह अमरावती मार्ग से जबलपुर, भंडारा या छिंदवाड़ा मार्ग जाने वालों को भविष्य में यह सड़क सीताबर्डी के व्यस्तम चौराहे की अड़चनों से बचाने में मदद करेगी।

इसके लिए मनपा इस मार्ग का निर्माण डी.पी. योजना के तहत कर रही है। यह मार्ग सिर्फ १८ मीटर चौड़ा और ७०० मीटर लंबा जो कि डामर का होगा। कुल ७ करोड़ रुपए के इस ७०० मीटर रोड के निर्माण के लिए 3 हिस्सों में काम ३ ठेकेदारों के बीच बांटा गया है। जो कि पिछले साल दीपावली के आसपास से काम शुरू कर चुके हैं।

ठेकेदार अशोक सिंह सड़क किनारे जहां-जहां दीवार का निर्माण किया जाना है का काम उनकी कंपनी कर रही है। कुल सड़क के बीच जितने भी पुलिया का निर्माण होगा वह काम मनोज ढोबले नामक ठेकेदार कर रहा है। सड़क किनारे का ‘ड्रेनेज’ व सड़क में डामर बिछाने का काम फिनिक्स इंजीनियरिंग को दिया गया है। पिछले साल जारी की गई इस सड़क की निविदा का काम जुलाई 2017 तक पूरा करने की मियाद रखी गई है।

सड़क निर्माण में बड़ी समस्या
– बिजली के पोल सिफ्टिंग
– इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस के गेट से लगे बिजली के सब-स्टेशन की सिफ्टिंग
– बीएसएनएल की टॉवर नेटवर्किंग की बड़ी लाइनों की सिफ्टिंग
– जलापूर्ति विभाग की पाइप लाइन की सिफ्टिंग


इन कामों से बीएसएनएल विभाग के हिस्सा का अधिकांश काम पूरा हो चुका है। मनपा जलापूर्ति विभाग अन्तर्गत सिफ्टिंग के काम का टेंडर जारी हो चुका है। बिजली विभाग से सम्बंधित कार्य के लिए दौड़-भाग जारी है। लेकिन विचार करनेवाली बात है कि इस काम को शुरू करने के लिए मनपा प्रशासन ने इस प्रोजेक्ट का सोशल ऑडिट किया या नहीं। अगर नहीं किया तो इतने रुपए खर्च कर इस सड़क के निर्माण में जल्दबाजी क्यों दिखाई जा रही है।