Published On : Thu, Dec 27th, 2018

दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र की 40 कलाकारों द्वारा मरम्मत का कार्य शिबिर के माध्यम से शुरू

नागपुर: नागपुर के दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से 26 दिसंबर 2018 से लेकर 4 जनवरी 2019 आयोजित भित्तिचित्र कार्यशाला की शुरुआत हो चुकी है. कार्यशाला का विधिवत उद्घाटन केंद्र के उपनिदेशक मोहन पारखी के हाथों हुआ. इसमें कार्यक्रम अधिकारी गोपाल बेतावर एवं केंद्र के कर्मचारी भी मौजूद थे. इस कार्यशाला में केंद्र के सहभागी राज्यों के आदिवासी कलाकारों को आमंत्रित किया गया है .

जिसमे प्रमुखतः से छत्तीसगढ़ के रजवाड आदिवासी शैली, मध्यप्रदेश की माडिया आदिवासी शैली तथा मंडला आदिवासी शैली, झबुआ की भिल आदिवासी शैली, महाराष्ट्र की वारली आदिवासी शैली आदी कला शैली के कुल 40 कलाकारों द्वारा केंद्र परिसर में स्थायी रूप में निर्मित आदिवासी झोपड़ी का दुरुस्तीकरण, रंगरंगोटी तथा म्यूरल पेंटिंग आदि नवीनीकरण कार्य आरंभ किया जा रहा है .

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केंद्र द्वारा यह सूचित किया जाता है की, नागपुर स्थित कला रसिक इस कार्यशाला में सहभागी होकर इन आदिवासी कलाकारों के साथ में चित्रांकन तथा शिल्पांकन कार्य कर अपना सहयोग दे सकते हैं. यह कार्यशाला पूर्णतः निशुल्क है.

भारतवर्ष के विविध राज्यों की आदिवासी शिल्पकला, चित्रकला का प्रचार एवं प्रसार तथा युवा पीढ़ी को इस कला शैली से अवगत कराना यही इस कार्यशाला का उद्देश्य है. कार्यशाला 26 दिसंबर 2018 से 4 जनवरी 2019 के बिच प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक शुरू रहेगी .

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