Published On : Wed, Sep 11th, 2019

गोंदिया: गुम हुआ सामान पाकर 3 यात्रियों के चेहरे खिले

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गोंदिया रेलवे पुलिस निभाया कर्तव्य, लावारिस मिला सामान लौटाया

गोंदिया: इंसान से गलती होना स्वाभाविक बात है, भुलकड़पन की आदत की वजह से कई रेल यात्री अपने महत्वपूर्ण सामानों को वेटिंग हॉल, रेल्वे बोगी, प्लेटफार्म आदि स्थानों पर छोड़ देते है और ट्रेन में सवार होकर अपने गंतव्य स्थान की ओर चल पड़ते है। जब उनकी यादाश्त लौटती है तो उन्हें अपनी भूल पर पछतावा और अफसोस होता है लेकिन रेलवे प्रशासन के पुलिस अधिकारी अपना कर्तव्य निभाना नहीं भूलते।

यात्रियों के गुम हुए इन सामानों के संदर्भ में जैसे ही उन्हें सूचना मिलती है, पुलिस उस सामान को अपने कब्जे में ले लेती है तथा अगर वह मोबाइल, लैपटॉप जैसा इलेक्ट्रिानिक उपकरण है तो उसमें मौजुद डाटा से संबधित मालिक का पता लगाया जाता है, अगर सामान के रूप में बैग है तो उसमें निकले महत्वपूर्ण दस्तावेज अथवा बरामद पहचान पत्र के आधार पर उस सामान के मालिक से संपर्क साधा जाता है।

गोंदिया के आरपीएफ पुलिस ने कुछ इसी तरह का अपना फर्ज अदा करते हुए यात्रियों के गुम तथा लावारिस अवस्था में बरामद सामानों के मालिकों की खोज कर ना उनसे सिर्फ संपर्क साधा बल्कि उन्हें थाने बुलाकर ससम्मान उनकी वस्तुएं वापास लौटायी। अपनी खोयी हुई चीज दुबारा पाकर यात्रियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

मामला कुछ यूं है कि, 7 सित. को बालाघाट जिले के ग्राम लामठा निवासी रेल यात्री आयुष रामप्रकाश गुप्ता (21) यह ट्रेन क्र. 12834 (अहमदाबाद एक्सप्रेस) से डोंगरगढ़ से गोंदिया के बीच सफर कर रहे थे। ट्रेन से उतरने के बाद उनका मोबाइल बोगी में ही छूट जाने का आभास हुआ जिसपर यात्री ने अपने 2 बैग प्लेटफार्म पर ही छोड़े और तुरंत प्लेटफार्म नं. 3 पर खड़ी गाड़ी में पहुंचा लेकिन उनके उतरने से पहले ही गाड़ी रवाना हो गई और वह ट्रेन से उतर नहीं सका नतीजतन प्लेटफार्म पर छोड़े गए 2 बैग जिनमें स्टेशनरी सामान, लैपटॉप व अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज थे वे गोंदिया में ही छूट गया।

यात्री ने तत्काल इसकी सूचना ट्विटर के माध्यम से दी तथा इस सबंध में रेसुब पोस्ट गोंदिया को सुरक्षा नियंत्रण कक्ष नागपूर से दूरभाष पर जानकारी प्राप्त हुई। तत्काल ही रेसुब आरक्षक आर.जी. बंधाते ने कार्रवाई करते हुए उक्त दोनों बैगों को सही सलामत प्लेटफार्म नं. 5 से प्राप्त कर लिया और इसकी जानकारी ट्विटर के माध्यम से यात्री को दी गई। 10 सित. के दोपहर शिकायतकर्ता यात्री आयुष गुप्ता रेसुब पहुंचा और संपूर्ण सामान की पुष्टि होने के बाद पंच गवाहों के समक्ष निरीक्षक प्रभारी नंद बहादूर द्वारा उनका सामान सही सलामत दोनों बैग उनकी सुपुर्द किया गया।

दुसरे मामले में रेलयात्री अमित कासरे यह यात्री प्रतिक्षालय (वेटिंग हॉल) में बैठा था इस दौरान ट्रेन आ गई और जल्दबादी में वह अपना मोबाइल वहीं भूल गया। उक्त मोबाइल सफाई कर्मचारी एंव उप स्टेशन प्रबंधक की मौजुदगी में रेसुब के सुपुर्द किया गया। जिसके बाद 10 सित. को अमित कसारे से संपर्क करते हुए मोबाइल उनका होने की पुष्टि होने के उपरांत 7 हजार मुल्य का मोबाइल उसके सुपुर्द किया गया।

तीसरा मामला 10 सित. को सामने आया। गाड़ी क्र. 58206 (इतवारी- रायपुर लोकल) ट्रेन में सफर कर रहा यात्री पियुष संतराम मेघरे (18 रा. नवरगांव, नागपुर) जो यात्रा के दौरान तुमसर रेल्वे स्टेशन पर उतर गया परंतु उसका बैग ट्रेन में ही छूट गया। उक्त यात्री ने तुमसर रेल्वे सुरक्षा बल को इसकी जानकारी दी जिसके बाद गोंदिया रेसुब को सूचित किया गया। ट्रेन के गोंदिया पहुंचते ही आरक्षक बी.एस. पटले ने उक्त बैग को खोज निकाला जिसमें यात्री के संपूर्ण शिक्षा के मुल प्रमाणपत्र, नोट बुक, हेड फोन तथा नगद 490 रूपये मौजुद थे। जानकारी मिलने के बाद यात्री गोंदिया पहुंचा और उसका बैग सुरक्षित उसके सुपुर्द किया गया।

रवि आर्य