Published On : Fri, May 8th, 2020

लाकडाउन दौरान सतारा में फंसे 18 श्रमिक गृह क्षेत्र भंडारा लौटे

Advertisement

सांसद प्रफुल्ल पटेल के प्रयासों से हुआ संभव

भंडारा: रोजी-रोटी के लिए गांव व घर से निकलकर मीलों दूर देश के विभिन्न राज्यों में रोजगार और नौकरी कर रहे अनेक मजदूर, श्रमिक कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में जहां- तहां फंसकर रह गए। पहले २१ दिन, फिर १९ दिन.. फिर १४ दिन इस तरह लॉकडाउन की अवधी बढ़ते चले गई और मजदूर अपने घर जाने के लिए बेचैन होने लगे। इसी बीच सरकार ने राहत देते हुए मजदूरों को अपने गृहग्राम जाने की अनुमति जारी की है।

Gold Rate
08 july 2025
Gold 24 KT 97,500 /-
Gold 22 KT 90,700/-
Silver/Kg 1,08,700/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

भंडारा जिले के विभिन्न ग्रामों के नागरिक लॉकडाउन के चलते सतारा जिल में फंस कर रह गए जिसकी जानकारी राका नेता श्रीमती वैशाली हटवार ने सांसद प्रफुल पटेल को दी। इन मजदूरों की सुध लेते हुए सांसद प्रफुल पटेल ने जिलाधिकारी सातारा से चर्चा की और मजदूरों को भंडारा जिले में वापस जाने की अनुमति देने के निर्देश दिए।

सांसद प्रफुल पटेल के प्रयासों से अनुमति प्राप्त हुई और ८ मई को बस क्र. एमएच ५०/०५१५ इन नागरिकों को सतारा जिले से रवाना किया गया।

सांसद पटेल के निर्देश पर पूना के श्री विलास गोसावी ने भी इस कार्य हेतु सहयोग किया। सतारा से भंडारा जिले में वापस आने वाले इन नागरिकों में ग्राम रोहणी (लाखादूंर) के किशोर हटवार, पराग युवराज ठाकरे, उमेश गोपीचंद शेंडे, अजय कांबड़े, योगेश हटवार, श्रीकांत राऊत, प्रशांत प्रधान, प्रवीण तोडरे, अमित राऊत, प्रशांत रामटेके, रत्नघोष मेश्राम, प्रभाकर मेश्राम, ग्राम गवराळ निवासी स्वप्निल खरकाटे, प्रकाश चौधरी, अजय राऊत, ग्राम सुकड़ी के हेमकृृष्ण बाबुराव निखारे, भोजराज निखारे तथा ग्राम सोनी के राहुल ठाकरे का समावेश है। इन सभी ने गांव वापस लौटने पर खुशी जाहिर करते हुए सांसद पटेल का आभार व्यक्त किया।

रवि आर्य

Advertisement
Advertisement