नागपुर: नॅक व क्वालिटी कंट्रोल ऑफ़ इंडिया के नियम पूरे न करनेवाले बी.एड, एम.एड, बीपीएड और एम.पी.एड कॉलेजों की सलंग्नता रद्द होने के इस बार संकेत हैं. सलंग्नता के लिए नागपुर यूनिवर्सिटी ने दिए हुए नियम को पूरा करनेवाले बहुत ही कम कॉलेजेस हैं, जिसके कारण नागपुर यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आनेवाले लगभग 150 शिक्षा और शारीरिक शिक्षा कॉलेजों की सलंग्नता रद्द की जा सकती है. नागपुर यूनिवर्सिटी ने नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन के नियमानुसार बीएड और बीपीएड कॉलेज के लिए नियम तैयार किए हैं. यह नियम पूरे करनेवाले कॉलेज को ही सलंग्नता मिलेगी.
नॅक या क्वालिटी कंट्रोल ऑफ़ इंडिया इस संस्था द्वारा जांच करनेवाली संस्थाओं को ही यूनिवर्सिटी की ओर से सलंग्नता दी जाएगी. कुल 200 में से 140 मार्क्स हासिल करना कॉलेजों के लिए बंधनकारक किए जाने की जानकारी है. 140 में से 160 मार्क्स होने पर एक साल के लिए, 180 से 200 मार्क्स होने पर तीन साल के लिए सलंग्नता दी जानेवाली है. कॉलेज के प्रोफेसर और सुविधाओं के लिए कुल 150 मार्क्स निश्चित किए गए हैं. 30 अप्रैल को सलंग्नित कॉलेजों की लिस्ट नागपुर यूनिवर्सिटी ने जारी की थी.
अनेक कॉलेजों में दिए गए नियमों के अनुसार सुविधा उपलब्ध नहीं है. आवश्यक नियमों की पूरे न किए जाने की वजह से हाल ही में एनसीटीई (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन) ने नागपुर के कुछ कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी है. अब यूनिवर्सिटी ने कुल 150 कॉलेज की सलंग्नता निकाल लिए जाने से बहुत ही कम शिक्षा और शारीरिक शिक्षा कॉलेजेस शहर में रह जाएंगे. ऐसे डर में विद्यार्थियों और शिक्षा संचालकों में आ चुका है.