स्कूल, बसस्थानक व ले-आउट तालाब में तब्दिल
सावनेर
हर साल मानसून पूर्व नियोजन करके नगर प्रशासन नालों की सफाई तथा बस्ती में जमा होने वाला पानी गड्ढों में तथा बस्ती में ही जमा होकर ना रहे इसके लिए उपाय योजना. जगह-जगह पर जमा होने वाले कचरे को उठाकर बिमारियां ना फैले इस लिए योजना बनाकर कार्य करती है. लेकिन इस वर्ष इन नियमों के आभाव की वजह से नाले भर गए है. मुख्य मार्ग पर पानी बह रहा है साथ ही जगह-जगह जमा कचरे के ढिगों से बदबू आ रही है. इस वजह से मच्छर बढ़ रहे है. इसके बावजूद भी फ्रॉगिंग मशीन नगर परिषद कार्यालय की शोभा बढ़ा रही है. नाले पर कीड़े लगकर भी दवाईयों की फवारनी बंद, ब्लीचिंग पाउडर नहीं और ऐसे में ही नगर पालिका के कर्मचारियों के बेमुदत हड़ताल की वजह से और भी मुश्किलों का सामना नागरिकों को करना पड़ रहा है.
मानसून पूर्व म.रा.वि. मंडल की लापरवाही की वजह से नगरवासीओं को अँधेरे में दिन निकालने पड़ रहे है. मानसून पूर्व विद्युत वाहक, ट्रान्सफार्मर व सावनेर शहर को विद्युत करनेवाले दोनों फीडर के तारों के परिसर में बढे पेड़ों की कटाई समय पर हुई होती तो दिन-दिनभर विद्युत आपूर्ति बंद नहीं पड़ी होती व नगरवासियों को परेशानिया नहीं झेलनी पड़ी होती. प्रशासन की लापरवाहीं की वजह से स्कूल, बसस्थानक व ले-आउट में कमर तक तों कहीं घुटनों तक पानी जमा हुआ है.