वर्धा के कृषिकेंद्र को नकली दवाईयाँ बेचे जाने का आरोप
नागपूर के कंपनी संचालक कांचन प्रांजले के विरुद्ध वर्धा शहर थाने में शिकायत दर्ज
वर्धा
खेती के लिए उपयोगी दवाई और उर्वरक का शासन का किसी भी प्रकार से लाइसेंस नहीं होने पर भी नागपूर की एग्रो व्हिजन कंपनी ने उत्पादन करके किसानों को फंसाया है साथ ही कृषिकेंद्र संचालक से दो लाख पचास हजार चेक द्वारा लिए और बोगस माल पहुंचने के बाद बाकी ढाई लाख ऐसे कुल 5 लाख रुपये की धोखाधड़ी की ऐसा आरोप है वर्धा के अरविंद नंदनवार का. इसकी शिकायत शहर थाने में दर्ज की गयी है.
मिली जानकारी के मुताबिक़ वर्धा के श्रीनिवास कॉलनी के रहवासी अरविंद नंदनवार ने अपने कृषि केंद्र के लिए उर्वरक और छिड़काव के लिए दवाईयों का आर्डर नागपूर की एग्रो व्हिजन कंपनी को दिया था. कंपनी ने 100 रु. के स्टैम्प पेपर पर नियम और शर्तो का करारनामा किया साथ ही कंपनी ने नंदनवार के गोडाउन में माल जमा किया. करारनामा करते वक्त नंदनवार ने कंपनी को दो लाख पचास हजार रु. चेक से दिए और बचे हुए ढाई लाख रूपए डिलिवरी के बाद दिए. नंदनवार ने जब माल का निरीक्षण किया तो पता चला की माल के पॅकिंग पर कंपनी का रजिस्टर नं. और कृषि विभाग का लाइसेंस नहीं है. जब उनको धोखेबाजी का पता चला तो उन्होंने तुरंत थाने में शिकायत दर्ज करवाई . पुलिस ने झेंडा चौक नागपुर रहवासी एग्रो व्हिजन कंपनी के संचालक कांचन प्रांजले के खिलाफ भादवि की धारा 420 के अनुसार गुनाह दर्ज किया है और उसकी तलाश कर रही है.