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मूल
बारिश के इंतजार में आसमान को तकते मूल के किसानों की आंखें अब पथराने लगी हैं. इस वर्ष खेती का मौसम 26 मई से शुरू होने के चलते किसान खेतों की तैयारी पूरी कर चुके हैं. इंतजार है तो बस बारिश का, कि कब बारिश हो और बुआई शुरू की जा सके.
रोहिणी नक्षत्र पूरा बीत चुका है व मृग नक्षत्र आधा खत्म होने को है. लेकिन इस वर्ष अभी तक बारिश नहीं आई है. अगर आगामी आठ दिनों में तालुका में बारिश नहीं हुई तो बुआई में विलंब होगा. अगर ऐसा हुआ तो किसानों को अकाल का सामना करना पड़ सकता है. गत वर्ष अच्छी बारिश होने के बावजूद किसान पूरी फसल ले नहीं पाया. इस वजह से किसान कर्ज के बोझ में और दब गया. यह वस्तुस्थिति है. इस वर्ष यदि प्रकृति ने साथ दिया तो गत वर्ष की भरपाई निकालने की तैयारी में किसान हैं, परंतु प्रकृति के आगे किसी की नहीं चलती.
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