Published On : Thu, Apr 10th, 2014

भंडारा: भाजपा कार्यकर्ताओं ने पोलिंग बूथ के सामने हल्दी से खींची लक्ष्मणरेखा

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भंडारा जिले के किटाड़ी में डर का माहौल

वाकया बयान करते चश्मदीद

वाकया बयान करते चश्मदीद

भंडारा.

भंडारा जिले की लाखनी ताहिल के किटाड़ी गांव में तब दहशत फ़ैल गयी जब भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता ने गांव के पोलिंग बूथ के मुख्य प्रवेशद्वार के सामने मन्त्र पढ़कर हल्दी से लक्ष्मण रेखा खींच दी | घटनास्थल पर मौजूद चपराशी ने पूछताछ करने पर उक्त आरोपी वहाँ से फरार हो गया | पुलिस महकमे के आला अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और कथित तौर पर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की मगर इस की खबर गांव में आग की तरह फ़ैल गयी और उसके बाद से गांव में भय व्याप्त है |

लाखनी तहसील के किटाड़ी गांव में जिला परिषद् विद्यालय में पोलिंग बूथ लगा है | चश्मदीदों के अनुसार आज बुधवार करीब 2.30 बजे के दौरान पलान्दुर जिला परिषद् क्षेत्र सदस्य भारत खंडाईत के दीवानजी भोजराज तलमले अपनी मोटरसाइकिल से अकेले ही इस बूथ पहुंचे | तभी विद्यालय के पास खड़े चपराशी कैलाश नान्हे ने उनके पास पहुंचकर उनके आगमन का कारण जानना चाहा | मगर तलमले ने तुरंत मन्त्र पढ़ते हुए प्रवेश द्वार के सामने हल्दी पावडर से लक्ष्मण रेखा जैसी एक लकीर खींच दी और बिना कुछ बात किये वहाँ से निकल गए | तभी आसपास मौजूद गांव के प्रतिष्ठित नागरिक भी घटनास्थल पहुंचे और गांव के टंटा मुक्ति अध्यक्ष पुलिस पाटिल प्रशांत धुर्वे को घटनास्थल पर बुलवाया गया साथ हगी घटना की जानकारी साकोली विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सेवक वाघाये को दी गयी |

ज़मीन पर बिखरी हल्दी

ज़मीन पर बिखरी हल्दी

इतने में घटनास्थल पर पालान्दुर के थानेदार गेटकर पहुंचे और उन्होंने पुलिस पाटिल धुर्वे से कहकर जबरदस्ती हल्दी की लक्ष्मणरेखा को मिटवाया | साथ ही घटनास्थल पर मौजूद रामानंद निपाने को उन्होंने कथित तौर पर धमकाया और उन्ही पर आरोप लगाया की इस घटना के पीछे उनका ही हाथ है | कुछ ही देर में साकोली से उपविभागीय पुलिस अधिकारी हिम्मत जाधव भी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली | जाधव को गांव वालों के रोष का भी सामना करना पड़ा | गांव वालों की मांग थी की आरोपी को तुरंत घटनास्थल पर बुलाया जाए और अंधश्रद्धा फ़ैलाने के आरोप में नए कानून के तहत म्ममला दर्ज किया जाए |

गांव में 2 बूथ लगे हैं और अनुमानित तौर पर करीब २००० से ज्यादा मतदाता हैं | ऐसे में मतदान के प्रतिशत पर इसका असर पड़ने से नकारा नहीं जा सकता |

‘नागपुर टुडे’ से बातचीत के दौरान ज्येष्ठ नागरिक घटोत्कच सलामे ने कहा “हम मानते हैं की यह अंधश्रद्धा है और भले ही पढेलिखे लोगों पर इस बात का असर ना पड़ता हो मगर चुनाव के बाद इस विद्यालय में आने वाले विद्यार्थियों पर इसका परिणाम हो सकता है |” रामकृष्ण गोंनाड़े ने कहा की हो सकता है यह कारवाई भाजपा ने करवाई है इसलिए राष्ट्रवादी के लोगों पर इसका मानसिक असर पड़े | योगेश्वर घाटबांधे ने कहा “ कल दोपहर में किटाड़ी में हुई प्रफुल्ल पटेल की रैली के बाद गाँव में प्रफुल्ल्मय वातावरण था जिसको देखते हुए प्रफुल्ल पटेल से प्रभावित मतदाताओं को भ्रमित करने की यह चाल है”

गांव में डर का यह माहौल था की गांव के बुजुर्गों ने कुछ देर के लिए विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया था जिसे बाद में खुलवाया गया |