जनमंच के अभिनव ‘रेल देखो, बस देखो’ आंदोलन में जुटी भीड़
बुलढाणा
पृथक विदर्भ राज्य की मांग को लेकर आज जनमंच संगठन के आवाहन पर ‘बस देखो’ आंदोलन किया गया. स्थानीय बस स्टैंड पर किए गए इस आंदोलन में जनमंच के कार्यकर्ताओं ने हजारों यात्रियों को ‘विदर्भ-बंधन’ का धागा बांधकर पृथक विदर्भ राज्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
विदर्भ की मांग सौ साल पुरानी है. हर बार कोई न कोई कारण बताकर इसे टाल दिया जाता है. भाजपा ने सत्ता में आने के बाद पृथक विदर्भ राज्य बनाने का वादा किया था, मगर अब अपने सहयोगियों के दबाव के कारण पीछे हट रही है. जनमंच नामक गैर राजनीतिक संगठन ने विदर्भ की मांग की आग को फिर जलाने का बीड़ा उठाया है. पिछले दिसंबर में नागपुर सहित अनेक स्थानों पर किए गए जनमत संग्रह में विदर्भ की मांग को जनता का जबरदस्त समर्थन मिला था.
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रकांत वानखेड़े और जनमंच के प्रा. शरद पाटिल के नेतृत्व में आंदोलन के पहले चरण में आज 9 अगस्त को विदर्भ के सभी जिला मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण ढंग से ‘रेल देखो, बस देखो’ आंदोलन किया गया. स्थानीय बस स्टैंड पर किए गए आंदोलन के तहत हजारों यात्रियों को विदर्भ बंधन का धागा बांधकर उन्हें विदर्भ के बारे में जानकारी दी गई. इस अवसर पर नागपुर के राम आखरे, अधि. अशोक सावजी, बापूसाहेब मोरे, राणा चंदन, अधि. शर्वरी तुपकर, प्रा. नरेंद्र लांजेवार, अनिल गव्हाणे, दिगंबर मानवतकर, महेंद्र जाधव, निनाजी गावंडे, सत्यानंद पाटिल, नितिन राजपूत सहित विभिन्न संगठनों और विदर्भ प्रेमी जनता ने भारी संख्या में हिस्सा लिया.