धारणी /चिखलधरा
धारणी और चिखलधरा तालुका में इस वर्ष बारिश समय पर न आने के चलते मेलघाट में गरीब मजदुर वर्ग पे भुखमरी की नौबत आ पड़ी है. मेलघाट में बारिश के पुर्व ही महाराष्ट्र ग्रामीण रोजगार के कामो को विराम लगा दिया जाता है, वही अन्तोदय योजना में मिलने वाला राशन जो मात्र 90 रु में प्राप्त करने की हालत भी अनेक ग्रामो के गरीब आदिवासियों में नहीं होती. ऎसी हालत में बारिश के चार महीने कुछ परिवारो के लिए संकट भरे गुजरते है. इन गरीब आदिवासियों के लिए शासन द्वारा चलाया जा रहा खावटी कर्ज इनके पेट की आग बुझाने में इनको सहयोग करता है. जुन माह खावटी कर्ज, मेलघाट में वितरण किया जाता था. बीते वर्ष शासन ने मेलघाट में खावटी कर्ज के तहत आदिवासियो को नगद राशि के रूप में वितरण किया था. लेकिन आज अॉगस्ट माह शुरू होने के बावजूद भी खावटी कर्ज वाटप की कोई प्रक्रिया शुरू होने के मार्ग पे नहीं दिखाई है. आज मेलघाट के आदिवासी खावटी कर्ज की प्रतीक्षा है.
सूत्र यह भी बताते है की यह शासन द्वारा कर्ज के तहत इन आदिवासियों को मुहैया करवाया जाता है. लेकिन जिन परिवारो ने यह कर्ज लिया था और जिन गरीब परिवारो को इसमे शामिल किया गया था उन्होंने तीन – तीन वर्षो से कर्ज भरा नही और शतप्रतिशत परिवार आज बाकी है और महाराष्ट्र सरकार इस वर्ष खावटी वाटप करने के मुड़ में दिखाई नही दे रहे है. और विधानसभा चुनाव को मद्देनज़र कुछ ही दिनों में आचार संहिता भी लागु होने वाली है. ऐसे में मेलघाट के विधायक केवलराम काले मेलघाट के आदिवासियों का खावटी कर्ज माफ़ करवाकर इनको दोबारा खावटी कर्ज दिलाने में अपनी कैसी भुमिका दिखाते है. इस और पूरी मेलघाट की जनता का ध्यान है.
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