साहित्यरत्न अण्णाभाऊ साठे की 94 वीं वर्षगांठ धुमधाम से मनाई गई
देऊलगावमही
साहित्य सम्राट लोकशाहिर अण्णाभाऊ साठे का साहित्य दुखी दिन दलित दर्दनीय मजदुरों के दिलो की धड़कन जागृत करने वाला कहा जा सकता है. अभी तक उनके अनेक उपन्यास, नाटक का प्रवास वर्णन, फिल्म की कथा प्रकाशित हुए इसके लिए अण्णाभाऊ साठे इनकी तस्वीर आंखो के आगे लेते हुए उनके साहित्य के विचार ग्रहण करे ऐसा संत चोखाराम नामप्रवर्तक प्रा.कमलेश खिल्लारे ने कहा.
देऊळगावमही में साहित्य सम्राट लोकशाहिर अण्णाभाऊ साठे इनकी 94 वर्षगांठ में विविध कार्यक्रमो का आयोजन अण्णाभाऊ साठे विचार मंच के तरफ से किया गया. कार्यक्रम के अध्यक्षस्थान पर प्रा. कमलेश खिल्लारे तथा प्रमुख मेहमान पुर्व कृषि सभापति रियाज खॉ पठान,प.स.सभापति सिद्धिकी कुरेशी, सरपंच प्रदीप हिवाळे, उपसरपंच रविंद्र शिंगणे,बाजार समिति संचालक बि.एम.पठान, पत्रकार समाधान शिंगने,सुनील मतकर, अमोल बोबडे, परिवर्तन फाऊंडेशन अध्यक्ष समाधान शिंगणे ,रविन्द्र इंगले ,शेख उस्मान, उपस्थित थे. आगे प्रा.खिल्लारे ने कहा. साहित्यरत्न अण्णाभाऊ साठे ने दलितोंको स्वाभिमान के साथ जीवन जीने की जिद निर्माण की.उनके साहित्य में वास्तविक्ता, विश्वसनीयता का मिश्रण था. ये सच कोई जुठला नही सकता. पुरे महाराष्ट्र में मराठी भाषियों का महाराष्ट्र राज्य निर्माण करने के लिए बड़ा सहयोग किया.
कार्यक्रम में अण्णाभाऊ साठे विचार मंच के महादेव जाधव,रमाकांत जोगदंड, संजय वाघमारे,गणेश जाधव,हरीश वाघमारे,प्रशांत जाधव,के साथ बड़ी संख्या में समाज बांधव उपस्थित थे. कार्यक्रम संचालन पत्रकार संतोष जाधव तो वहीँ आभार प्रदर्शन किरण जोगदंड ने किया.
वर्षगांठ के अवसर पर ग्रामीण रुग्णालय को साहित्य सम्राट अण्णाभाऊ साठे इनकी प्रतिमा भेट कि और मऱीजों को फल बांटे गये. जिला परिषद स्कूल क्र.1 में वृक्षारोपण तो वहीँ स्कूल क्र. 2 में प्रतिमा भेट की गई . साथ ही पुलिस चौकी में भी लोकशाहिर अण्णाभाऊ साठे की प्रतिमा भेट देकर विविध कार्यक्रम का आयोजन बड़ी उस्साह से करके वर्षगांठ मनाई गयी.