करोडो की यंत्रणा खा रही है धुल
मेलघाट
धारणी शहर से ५ कि.मी की दुरी पर तापी नदी से सटे खाऱ्या टेम्ब्रु इस गाव में महाराष्ट्र शासन ने भुकंप की तिव्रता और भुकंप पुर्व अनुमान को उद्देश्य में रखकर सरिता भुमापन केंद्र शुरू किया था लेकिन यह भुमापन केंद्र आज भंगार अवस्था में दिखाई दे रहा है. यहाँ पर लगाई गई मशीनरी पूरी तरह से बंद अवस्था में धूल खा रही है. शासन की करोडो की मशीनरी मात्र एक चौकीदार के भरोसे छोड़ दी है. यह भूमापन केंद्र देश में किसी भी शहर में होनेवाले भुकंप के झटको की तीव्रता और भुकंप पुर्व अनुमान हेतु आज से 20- वर्ष पहले शुरू किया गया था. इसकी देख-रेख हेतु शासन ने अधिकारीयों की नियुक्ति भी की थी. लेकिन आज करोडो रूपये खर्च की गई यह यंत्रणा, भंगार अवस्था में देखी जा रही है.
सुत्र बताते है की यह नियुक्त किये गए अधिकारी अपने घरो में बैठकर, यह नियुक्ति दिखाकर शासन की तनख्वा खा रहे है. महाराष्ट्र शासन इस पुरे मामले की गंभीरता से जाँच कर इस बंद अवस्था सरिता भुमापन केंद्र को शुरू करने की मांग की जा रही है.