Published On : Fri, Apr 18th, 2014

चिमुर: 8 दिन की जेल के बाद भी निलंबन नहीं

Advertisement


बावने ने की मुख्याध्यापक कापसे पर कार्रवाई की मांग  

चिमुर. 

ग्रामगीता आदिवासी आश्रमशाला गोंदेडा की स्कूल के मुख्याध्यापक विवेक रामचन्द्र कापसे को संस्था से तत्काल निलंबित करने की मांग शंकर बावने ने की है. धोखाधड़ी के एक मामले में कापसे 1 से 8 नवंबर 2013 तक चंद्रपुर जिला जेल में सजा भुगत चुके हैं. उनके खिलाफ भादवि की धारा 409, 420, 467, 468, 471 और 120 (ब) के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था.

क्या है मामला 

एकात्मिक आदिवासी विकास प्रकल्प कार्यालय चिमुर के अंतर्गत ग्रामगीता आदिवासी आश्रमशाला गोंदेडा के सहायक शिक्षक के पद के लिए की गई भर्ती और मान्यता के मामले में धोखाधड़ी की शिकायत की गई थी. इसके आधार पर चिमुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर विवेक रामचन्द्र कापसे और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था.

7 माह बाद भी कार्रवाई नहीं 

इस मामले में अदालत के आदेश पर कापसे को 8 दिन चंद्रपुर जिला जेल में गुजारने पड़े थे. इस सजा को 6 – 7 माह की अवधि बीत चुकी है, बावजूद इसके कापसे के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई नहीं की गई है. सामाजिक कार्यकर्ता शंकर बावने ने चिमुर के प्रकल्प अधिकारी को पत्र देकर कापसे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

क्या है नियम 

सरकारी नियम है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी के 24 घंटे जेल अथवा हवालात में गुजारने पर ऐसे अधिकारी, कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाता है.

Pic-3

File Pic