ग्रामसेवक से मांगी थी 15 हजार की रिश्वत
चंद्रपुर
तबादले के बाद कार्यमुक्त (रिलीव) करने और चार माह का बकाया वेतन निकालने के लिए एक ग्रामसेवक से 15 हजार की रिश्वत मांगनेवाले जिवती पंचायत समिति के संवर्ग विकास अधिकारी विश्वास सलामे को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया गया. यह कार्रवाई दस सितंबर को की गई.
शिकायतकर्ता जिले की जिवती पंचायत समिति में ग्रामसेवक के पद पर कार्यरत है. शिकायतकर्ता वर्ष 2012 में मारईपाटण में तैनात था. उस वक्त अक्तूबर 2012 में घरकुल के संबंध में जानकारी जिवती पंचायत समिति के संबंधित लिपिक को नहीं देने पर संवर्ग विकास अधिकारी विश्वास सलामे ने ग्रामसेवक का अक्तूबर माह का वेतन रोक दिया था. शिकायतकर्ता द्वारा स्पष्टीकरण देने के बावजूद रोका हुआ वेतन आज तक दिया नहीं गया. उसी तरह 18 मार्च से 6 अप्रैल 2013 तक काम पर उपस्थित रहने के बाद भी उसकी अनुपस्थिति दिखाई गई. इस तरह मार्च से मई तक के तीन माह का शिकायतकर्ता का वेतन रोक लिया गया. शिकायतकर्ता के वेतन मांगने के बावजूद सलामे ने उनका वेतन नहीं दिया.
इस बीच मई 2014 में शिकायतकर्ता का तबादला जिवती से ब्रम्हपुरी पंचायत समिति में हो गया. इसके बाद शिकायतकर्ता ने सलामे से मुलाकात कर चार माह का बकाया वेतन और कार्यमुक्ति आदेश देने का अनुरोध किया. सलामे ने इसके बदले 15 हजार बतौर रिश्वत की मांग की. इसके बगैर वेतन और आदेश दोनों नहीं देने का फरमान सुना दिया.
शिकायतकर्ता ने इसकी शिकायत सीधे भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (एसीबी) चंद्रपुर से की. शिकायत की जांच की गई और सच पाए जाने पर जाल बिछाकर सलामे को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया. सलामे के नरेंद्रनगर नागपुर स्थित घर की तलाशी भी ली गई, जिसमें 48500 रुपए नगद, सोने-चांदी के जेवरात और अन्य सामग्री मिलाकर 20,32,657 रुपयों की संपत्ति तथा खेती एवं जमीन के कागजात मिले हैं.