Published On : Thu, Jul 17th, 2014

उमरेड : डम्पर-सुमो में भीषण टक्कर, दो की मौत

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मकरधोकड़ा खुली कोयला खदान में हादसा


डम्पर के भीतर जा घुसी थी सुमो, तीन घायल


सवांददाता /अमर मोकाशी

उमरेड

Accident
यहां से करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित मकरधोकड़ा की खुली खदान में आज 17 जुलाई की दोपहर करीब सवा 12 बजे एक डम्पर और टाटा सुमो के बीच हुई भीषण टक्कर में दो लोगों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सुमो डम्पर के भीतर जा घुसी थी. सुमो में शामिल चालक सहित तीन कर्मचारी बुरी तरह घायल हो गए. इस दुर्घटना से कर्मचारियों में खलबली मच गई है.

सुमो को खींचता ले गया डम्पर
प्राप्त जानकारी के अनुसार खदान के भीतर डम्पर क्रमांक 3168 मिट्टी लेकर ऊपर जा रहा था, जबकि टाटा सुमो क्र. एमएच 40 एन 7030 पांच कर्मचारियों को लेकर भीतर जा रही थी. तभी एक संकरे और अंधे मोड़ पर सुमो डम्पर से जा टकराई. टक्कर इतनी भीषण थी कि डम्पर सुमो को 10 मीटर तक ऊपर खींचता हुआ ले गया. सुमो में सवार भारत अर्थ मुअर लिमिटेड के सर्विस इंजीनियर अशोक श्यामराव बुर्रेवार (50) नागपुर और खदान कर्मचारी प्रमोद नगरारे (47) ड्रीम सिटी उमरेड की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई. इंजीनियर बुर्रेवार के सिर में जबरदस्त मार लगा था. उनका सिर और कंधा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, जबकि नगरारे सुमो के भीतर ही फंस गया था. बुर्रेवार के इलेक्शन कार्ड से उनकी शिनाख्त हो पाई.

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संकरा रास्ता बना दुर्घटना का कारण

घटनास्थल पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि अगर रास्ता संकरा न होता तो दुर्घटना भी न हुई होती. सुमो में सवार अन्य कर्मचारियों में उसका चालक राजू तुरातुरी, कर्मचारी अजय खंगार और देवेंद्र सिंह ने टक्कर होने के साथ ही बाहर छलांग लगा दी. तीनों बुरी तरह जख्मी हो गए हैं. तीनों को सरकारी अस्पताल में भरती किया गया है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि डम्पर चालक विजय संताया कांबलीला के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.

वरिष्ठ अधिकारियों की असंवेदनशीलता
वेकोलि के जनरल मैनेजर वी. के. गुप्ता. मकरधोकड़ा खुली खदान के सब एरिया मैनेजर आर. एस. कैंथ शाम 4 बजे तक घटनास्थल पर नहीं पहुंचे थे. इसे लेकर कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त था. कर्मचारियों ने दोनों वरिष्ठ अधिकारियों के वहां आने तक लाशें सुमो में से नहीं निकालने की जिद पकड़ ली थी. कर्मचारी नारेबाजी भी कर रहे थे. दुर्घटना की जानकारी मिलते ही उमरेड के उपविभागीय अधिकारी शंकरसिंह राजपूत, पुलिस निरीक्षक संजय पवार, एएसआई दौलत नैताम, पीएसआई सुरेश माटे सहित पूरा पुलिस दल घटनास्थल पर पहुंच गया था.