पिछले 2 वर्षों से लटके नागपुर जिला परिषद के चुनाव के लिए हाल ही में 58 सर्कलों का आरक्षण घोषित किया गया है. साथ ही सर्कल पुनर्रचना भी घोषित की गई थी. सर्कल रचना व आरक्षण पर आपत्ति स्वीकार की गई. 16 लोगों ने इस पर आपत्ति जतायी, जिसकी सुनवाई सोमवार को विभागीय आयुक्त ने की. जानकारी मिली है कि कुछ आपत्तियों को मान्य भी किया गया, लेकिन विभागीय आयुक्त 17 मई को अंतिम सर्कल रचना की घोषणा करेंगे.
कार्यकाल 2017 में खत्म होने के बावजूद लटका था ……
जिप नागपुर के विद्यमान कार्यकारिणी का कार्यकाल मार्च 2017 में ही खत्म हो गया है. चुनाव होना था लेकिन उसी समय सरकार ने वानाडोंगरी व पारशिवनी ग्राम पंचायत को नगरपालिका व नगर पंचायत का दर्जा दे दिया. इसी तरह आरक्षण भी 50 फीसदी से ऊपर जाने के चलते न्यायालय में याचिका दायर कर दी गई. तब से चुनाव लटका हुआ है. आवश्यक सुधार के बाद जब चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई थी तब एक बार फिर सरकार ने बूटीबोरी को नगर परिषद बना दिया. उस पर आपत्ति आने से चुनाव फिर लटक गया. अब फिर चुनाव की प्रक्रिया शुरू की गई है तो सर्कल तैयार करते समय दूर के गांव को जोड़ने और एक तहसील में पुनर्वसित गांव दूसरे गांव में दिखाकर सर्कल तैयार करने पर आपत्ति आने की जानकारी मिली है. सुनवाई के दौरान उपायुक्त किटे, उपजिलाधिकारी अविनाश कातडे, नायब तहसीलदार प्रदीप लांजेवार व संबंधित तहसील के तहसीलदार उपस्थित थे.
