नागपुर: शुक्रवार को ठीक दोपहर बारह बजे आपकी परछाईं भी आपका साथ छोड़ देगी. डरिए नहीं यह एक खगोलीय घटना है जो साल में दो बार होता है. सूर्य के सिर के ठीक ऊपर पहुंचने पर आपकी परछाई गायब हो जाती है. इस खगोलीय घटना का अनुभव लेने के लिए रमन साइंस सेंटर ने शुक्रवार को दोपहर 11.30 से 12.30 के बीच विशेष आयोजन रखा है.
कई किताबों में मध्यान्न अर्थात दोपहर के बारह बजे की परिभाषा सूर्य के ठीक सिर के ऊपर होने की दी जाती है. सिर के ठीक ऊपर सूर्य के होने पर आपकी परछाई भी नहीं दिखाई देती. लेकन हर दिन बारह बजे सूर्य ठीक सिर के ऊपर होने के बाद भी ऐसा नहीं हेता. सुबह के समय हमारी परछाई सबसे लंबी और दोपहर होते होते छोटी होते जाती है. लेकिन शुक्रवार को ठीक बारह बजे पर आपकी गायब हो जाएगी. दरअसल यह एक खगोलीय घटना है, जो साल में एक बार होती है. जब आप सूर्य की चाल ठीक उत्तर-दक्षिण के कोण में होती है.
दोपहर बारह बजे परछाई तब अचानक गायब हो जाया करती है जब सूर्य अक्षांश 23.5 दक्षिण(मकर रेखा) और 23.5 डिग्री उत्तर (कर्क रेखा) पर होता है. तब जिनिथ अर्थात ‘शीर्षबिंदू’ पर सूर्य पहुंच जाता है. इससे सूर्य का कोण दोपहर बारह बजे ठीक आपके ऊपर होता है और आपकी परछाई बिलकुल भी नहीं दिखाई देती. यह खगोलीय घटना साल में दो बार दोहराती है. एक दिसंबर की 21 या 22 तारीख को और दूसरा 20 या 21 जून को.
लेकिन यहां यह घटना 26 मई और 17 जुलाई को होगी. भारत में जब सूर्य उत्तर दिशा की ओर बढ़ता जाता है तो उसे उत्तरायण और जब दक्षिण दिशा में बढ़ता जाता है तो उसे दक्षिणायण कहते हैं. लेकिन हमारे यहां यह स्थिति ठीक से नहीं बन पाती. यही कारण है कि यहां सूर्य को सिर के ठीक ऊपर आने के लिए कर्क और मकर रेखा के सिधाई में आना होता है. जब इस स्थिति में सूर्य यहां पहुंचता है तो यहां भी जीरो शैडो अर्थात परछाई नहीं दिखाई पड़ती है. यहां यह स्थिति 26 मई और 17 जुलाई को बनती है. इस दौरान सूर्य की चाल थोड़ी सुस्त महसूस होती है लिहाजा उस क्षण की अनुभूति भलिभांति ली जा सकती है. इस क्षण को सुरक्षित ढंग से देखने के लिए कोई वस्तू मसलन पेंसिल या कोई डंडा आदि गाड़कर या कोई इसी आकार की वस्तुओं को रखकर भी देखा जा सकता है. इस विलक्षण खगोलीय घटना का प्रदर्शन रमन साइंस सेंटर में 26 मई शुक्रवार को 11.30 बजे से लेकर 12.30 के दरम्यान रखा गया है. इसमें रुचि रखने वालों को निमंत्रित किया गया है.