नागपुर. मिहान स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्था (एम्स) में अब घुटना प्रत्यारोपण शल्यक्रिया शुरू हो गई है. हाल ही में 40 वर्षीय एक महिला का प्रत्यारोपण किया गया. करीब ढाई वर्ष बाद महिला खुद चलने लगी. महिला कुछ दिन पहले एम्स के अस्थि रोग विभाग में भर्ती हुई थी. उसके पैर तिरछे होने से चलते नहीं बन रहा था. एक्स-रे में उसका घुटना खराब दिखाई दिया. महिला किसी भी काम के लिए जमीन पर घिसटते हुए चलती थी.
डॉक्टरों ने महिला को घुटना प्रत्यारोपण की सलाह दी. परिजनों द्वारा सहमति के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया. अब महिला का पैर सीधा हो गया है. साथ ही अपने पैरों पर चलने लगी. एम्स में महीनाभर पहले ही प्रत्यारोपण शुरू किया गया. अब तक 3 मरीजों की शल्यक्रिया की गई है. एम्स के अस्थि रोग शल्य चिकित्सक डॉ. विवेक तिवारी ने बताया कि घुटना खराब होने पर प्रत्यारोपण विकल्प नहीं होता.
महिला ढाई वर्ष से चल नहीं पाई थी. इससे हड्डियां भी कमजोर हो गई थीं. शल्यक्रिया के बाद अब हड्डियों को मजबूत करने दवाइयां दी जा रही हैं. जल्द ही बिना किसी सहारे के चल सकेगी. महिला को एनेस्थिशिया देना भी चुनौतीभरा काम था लेकिन डॉ. ओमशुभम असाई की टीम ने बेहतरीन काम किया. इसमें एम्स की संचालक डॉ. विभा दत्ता, वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. मनीष श्रीगिरीवार की भूमिका महत्वपूर्ण रही.