Published On : Wed, Jun 19th, 2019

महंगी ट्यूशन के बिना दुर्गा नगर मनपा स्कुल की दर्शनी ने हासिल किए 90.60 % मार्क्स

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नागपूर – परीक्षा में अच्छे पर्सेंटेज हासिल करने के लिए 10वी की परीक्षा में महंगी ट्यूशन लगाना और निजी जगहों पर टेस्ट सीरीज लगाना जरुरी है ऐसी धारणा लोगों के मन में रहती है. लेकिन दुर्गानगर की मनपा स्कुल की छात्रा दर्शनी सुपटकर ने इस धारणा को झुठला दिया है.

उसने 10वी की परीक्षा में किसी भी तरह की महंगीट्यूशन लगाए बिना 90.60 % मार्क्स मराठी माध्यम से हासिल करने का पराक्रम किया है. मराठी माध्यम की मनपा स्कुल में से वह मेरिट में आयी है. अत्यंत गरीबी परिस्थिति से शिक्षा हासिल कर उसने यह सफलता प्राप्त की है.11वी में साइंस लेकर भविष्य में उसे डॉक्टर बनने की इच्छा है. उसे गणित में सबसे ज्यादा 96 मार्क्स है तो वही साइंस में 88 मार्क्स है. वह हुडकेश्वर रोड के राजापेठ भाग में रहती है. उसके पिता प्रभाकर निजी जगह पर काम करते है तो वही मां निशा गृहिणी है.

ख़ास बात यह है कि दर्शनी की बड़ी बहन 2016 को दुर्गानगर स्कुल से 10वी की टॉपर रही है. दर्शनी 8वी में थी तभी से उसके शिक्षकों ने उसकी पढ़ाई पर अधिक ध्यान देना शुरू किया था. स्कुल के शिक्षक सुबह में बिना शुल्क ट्यूशन लेते थे. उसमे दर्शनीनियमित भाग लेती थी. स्कुल के प्रिंसिपल श्याम गोहोकर और कड़क मैडम ने गणित और मेडपीलवार ने साइंस सब्जेक्ट की विद्यार्थियों से अच्छी तैयारी करवाई थी. कुछ भी समस्या होने पर तुरंत समस्या शिक्षकों को बताई. ऐसा दर्शनी ने बताया. वह रोजाना 6 से 8 घंटे पढ़ाई करती थी.

दर्शनी ने शालेय स्तर पर होनेवाले साइंस और अन्य स्पर्धा में भी हिस्सा लिया था. रोजाना स्कुल में पढ़ाए गए विषय पर रिवीजन करना, विषय समझकर पढ़ाई करना, पाठ्यपुस्तकों को नियमित पढ़ना और समय पर पढ़ाई करने के कारण ही वहमेरिट में आयी ऐसा कहना है दर्शनी का. दर्शनी ने बताया कि स्कुल में होनेवाली टेस्ट सीरीज पर ही उसने ध्यान दिया. इसके कारण ही पढ़ाई में परफेक्शन के साथ ही टाइम मैनेजमेंट भी अच्छा हुआ.

अपनी सफलता के लिए उसने शिक्षिका मानकर, प्रिंसिपल गोहोकर, कडक मॅडम और अन्य सभी शिक्षकों का योगदान बताया है. स्कुल की दूसरी टॉपर भावना कोंडेवार को 77% और स्कुल की तीसरी टॉपर रही स्मृति सोनुले को 76.60 % मार्क्स हासिल किए है. ख़ास बात यह है की मनपा स्कुल में पढ़नेवाले ज्यादतर विद्यार्थी गरीब तबके के होते है. बावजूद इसके इतने अच्छे पर्सेंटेज लाना बड़ी बात है.

इस बारे में स्कुल के प्रिंसिपल श्याम गोहोकर ने बताया की 10वी में दुर्गानगर मनपा स्कुल में टॉपर आने की परंपरा कायम रखी है. इस बार स्कुल का रिजल्ट 86.79 प्रतिशत रहा है. आगामी वर्षो में भी स्कूल की ओर से टॉपर रहने की उन्होंने उम्मीद जताई है. उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों के सहकार्य करने की वजह से ही स्कुल ने सफलता हासिल की है. उन्होंने एमएससी मैथ किया है और वे एजुकेशनल मैनेजमेंट विशेषज्ञ भी है.

अक्टूबर के आखरी समय तक सिलेबस समाप्त करने का टारगेट रखा गया था. वह पूरा कर नवंबर से विद्यार्थियों की शैक्षणिक समस्याओ का निराकरण, टेस्ट पेपर लेना, विद्यार्थियों की कॉपिया शिक्षकों के जांचने के बाद वे खुद जांचते थे. शिक्षकों और पालकों की मीटिंग आयोजित कर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर ध्यान देने के कारण ही विद्यार्थी मेरिट मे आयी है.