Published On : Wed, Aug 2nd, 2017

लोस चुनाव में ऐतिहासिक जीत चाहते हैं गडकरी

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  • दिल्ली में दिया जाएगा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण
  • शहर के जल व सपत्तिकर के बकायेदारों पर कार्रवाई हुई तो भाजपा के मनसूबे नहीं होंगे पूरे

 

नागपुर: वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव 20 माह बाद है, लेकिन भाजपा ने अभी से चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। इस बार भाजपा उम्मीदवार नितीन गडकरी 5 से 7 लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज का लक्ष्य साध रहे हैं।

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के पूर्व तक गडकरी पर सीधे चुनाव जीतने संबंधी नाना प्रकार के आरोप जड़े जा रहे थे। वह इसलिए क्योंकि गडकरी विभिन्न दलों के उम्मीदवारों को विश्वास में लेकर हमेशा पीछे के रास्ते से विधानपरिषद पहुंचते रहे हैं। लेकिन वर्ष 2014 में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने ढाई लाख से ज्यादा मतों के अंतर से जीत हासिल की। इस दौरान मुस्लिम, दलितों के साथ अन्य समाज का जनमत जुटाने में सफलता हासिल की।

चूंकि अब वे देश के सबसे चर्चित मंत्री हैं,जिनका काम सतह पर सभी दिशाओं में दिख रहा है। साथ ही नागपुर में कांग्रेस अंतिम सांसे गिन रहा है, ऐसे में गडकरी ने अगले लोकसभा चुनाव के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। शहर में आधा दर्जन मंडल है। गत माह मंडल पदाधिकारियों को रोजाना 200-200 घरों तक पहुंच कर जनसंपर्क बढ़ाने का ज़िम्मा सौंपा गया है। यह और बात है कि जिम्मेदार पदाधिकारियों ने दी गई जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से नहीं निभाया।

गडकरी वाडे में निरंतर आवाजाही करने वाले सूत्रों के अनुसार कुछ माह पूर्व गडकरी ने जिले व शहर के सभी (पब्लिक से जुड़ी) सरकारी विभाग के आला अधिकारियों की बैठक लेकर सख्त निर्देश दिए थे कि शहर की जनता से जुड़ी जो भी कार्रवाई करनी हो उसकी अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2017 है। इसके बाद जनविरोधी कोई भी कार्रवाई नहीं की जाएगी।

बीते सप्ताह शहर व जिले के लिए घोषित प्रकल्पों की अटकी निधि के लिए गडकरी खुद मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर चुके हैं। इस अवसर पर मनपायुक्त के साथ मनपा पदाधिकारियों ने भी उपस्थिति दर्ज की। गत सप्ताह मुम्बई में भाजपा नगरसेवकों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था।

इसके बावजूद जल्द ही दिल्ली में शहर भाजपा के प्रमुख कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा, जहां ऐतिहासिक जीत के मूलमंत्र की घूटी कार्यकर्ताओं को पिलाई जाएंगी।

भाजपा ने विधानसभा के संदर्भ में यह शिगूफा छोड़ दिया कि अधिकांश उम्मीदवार बदले जाएंगे। साथ ही शहराध्यक्ष भी नया व निर्विवादित होगा। इस शिगूफे से कई दावेदार वैसे ही सक्रिय हो चुके हैं। इसके साथ ही अन्य दलों के प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष राजनैतिक-सामाजिक कार्यकर्ता सहयोगियों को भी उनकी जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। ताकि शहर के सभी तबके के प्रयत्न से भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सके।

उल्लेखनीय है कि भाजपा की सोच के साथ योजना इसलिए भी सफलता के करीब पहुंच सकती है,क्योंकि वे अगले चुनाव के 2 साल पूर्व से ही मेहनत करने में जुट गए हैं। जबकि वहीं दूसरी ओर उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार की घोषणा के बाद ही सक्रिय होते हैं।

बकायेदारों पर कार्रवाई की तो चुनाव में हिसाब करेंगे चुकता
मनपा की गलत अंकेक्षण की वजह से शहर के लाखों रहवासियों को अनाप-सनाप संपत्ति कर व जल कर थमाया जा रहा है.वर्षो से इससे त्रस्त ग्राहकों की शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं। लेकिन निष्पक्षता से सुनवाई नहीं होने के कारण बकायेदारों को अधर में रखने से हर बार ब्याज के साथ चक्रवृध्दि ब्याज जोड़ दिया जाता है। यही बढ़ते बढ़ते सैकड़ों की मूल राशि हजारों के ब्याज में बदल जाती है। इस दिशा में ग्राहकों का निराकरण करने के बजाय ‘अभय योजना ‘ जैसे अल्पावधि समय के मध्य लम्बी-चौड़ी राशि भरने की मोहलत दी जा रही है।

मनपा प्रशासन अपनी मूल गलती सुधारने के बजाय योजना की मियाद ख़त्म होते ही संपत्ति कर के बकायेदारों की संपत्ति जप्त और जल कर के बकायेदारों का कनेक्शन खंडित करने वाली है। दोनों ही श्रेणी के बकायेदारों की संख्या योजना ख़त्म होने तक लाखों में होगी। इन पर मनपा प्रशासन की गलती से कार्रवाई की गई तो इसका बदला आगामी लोस चुनाव में सत्ताधारी पक्ष से लेंगे। अगर ऐसा हुआ तो अगले चुनाव ऐतिहासिक विजय को लेकर रची जा रही योजना को ग्रहण लग सकता है।

– राजीव रंजन कुशवाहा