नागपुर: वर्ष 2017 में 12वीं कक्षा का रिजल्ट बड़ी तादाद में आया है. जिसके कारण कॉलेज में विद्यार्थियों की भीड़ भी बढ़ गई है. केंद्रीय प्रवेश पद्धति के कारण भी विद्यार्थियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. जो कॉलेज राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के जुड़ी हुई है. और जिन कॉलेज में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए केंद्रीय प्रवेश पद्धति अनिवार्य नहीं है, ऐसे कॉलेजों को अतिरिक्त 20 प्रतिशत सीटें बढ़ाकर देने का निर्णय नागपुर विश्वविद्यालय ने लिया है. महाविद्यालयों में पाठ्यक्रमों में मंजूर प्रवेश क्षमतानुसार फर्स्ट ईयर के प्रवेश पूरे होने के बाद जिन विद्यार्थियों के नाम वेटिंग लिस्ट में है, ऐसे पाठ्यक्रमों के लिए 20 प्रतिशत सीटें बढ़ाकार देने का निर्णय लिया गया है.
इसके अंतर्गत महाविद्यालयों को 5 अगस्त तक विश्वविद्यालय को प्रस्ताव भेजना होगा. जिसमे फर्स्ट ईयर के विद्यार्थियों की सूची साथ ही वेटिंग लिस्ट के विद्यार्थियों की सूची प्रस्ताव के साथ देनी होगी. जिन महाविद्यालयों ने पहले ही सीटें बढ़ाने के लिए आवेदन किया है, ऐसे महाविद्यालयों को प्रस्ताव भेजने की जरूरत नहीं होगी. यह निर्णय केवल 2017 के लिए ही है. इस बारे में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव प्रदीप बिनिवाले ने जानकारी देते हुए बताया कि महाविद्यालयों की ओर से प्रस्ताव आ रहे हैं. जिन कॉलेजो ने प्रस्ताव दिए हैं, उन कॉलेज में 20 प्रतिशत सीटें बढ़ाकर दिए जाएंगे.